मरणोपरांत नौसेना वीरता पुरस्कार से सम्मानित हुए नौसेना कमांडर निशांत सिंह
- Post By Admin on Jan 26 2023

नई दिल्ली : निशांत सिंह को अपनी आखिरी उड़ान के दौरान बहादुरी दिखाने के लिए नौसेना के वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया जा रहा है। वह नवबंर 2020 में मिग-29के एयरक्राफ्ट क्रैश के दौरान अपने ट्रेनी पायलट को बचाते हुए शहीद हो गए थे। मृत्यु से छह महीने पहले ही कमांडर निशांत सिंह की शादी हुई थी।
निशांत सिंह ने अपने ट्रेनी पायलट के साथ मिग 29के से 26 नवंबर 2020 की शाम 5 बजे उड़ान भरी थी। यह विमान अरब सागर में क्रैश हो गया था। जब कमांडर निशांत सिंह ने देखा कि उनका विमान अब नियंत्रण से बाहर हो गया है, तब उन्होंने आखिरी समय में विमान से बाहर आने का फैसला किया। सबसे पहले कमांडर निशांत सिंह ने अपने को-पायलट को विमान से इजेक्ट होने का आदेश दिया। इसके बाद निशांत ने भी विमान से बाहर निकलने की कोशिश की, तब तक उनका विमान अरब सागर में क्रैश हो चुका था। कमांडर निशांत सिंह ने सैन्य शक्ति और साहस का प्रदर्शन करते हुए अपना बलिदान दिया। करीब 11 दिन बाद कमांडर निशांत सिंह का शव अरब सागर में गोवा तट से 30 मील दूर 70 मीटर गहरे पानी में पाया गया था। 12 दिसंबर को पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया।
नौसेना के दिग्गज कमांडर यश वीर सिंह के बेटे कमांडर निशांत सिंह ने गोवा और विशाखापत्तनम में नेवी चिल्ड्रन स्कूल से पढ़ाई की। यहीं से उन्होंने नौसेना में करियर की नींव रखी गई थी। 1 जुलाई 2008 को मात्र 22 साल की उम्र में वह भारतीय नौसेना में कमीशंड हुए थे।