महाकुंभ में मची भगदड़ में कई लोग परिवार से बिछड़े, कईयों की मौत

  • Post By Admin on Jan 29 2025
महाकुंभ में मची भगदड़ में कई लोग परिवार से बिछड़े, कईयों की मौत

प्रयागराज: प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं की अपार भीड़ उमड़ने से हालात बेकाबू होते दिख रहे हैं। बढ़ती भीड़ के कारण बुधवार सुबह भगदड़ मच गई । जिसमें कई लोग के मौत की बात भी सामने आई है। बढ़ती भीड़ को देखने के बाद ट्रेन के परिचालन पर भी रोक लगा दी गई है। 

मौनी अमावस्या के पावन अवसर पर लाखों श्रद्धालु संगम में डुबकी लगाने पहुंचे थे, जिससे रेलवे और प्रशासन के लिए भीड़ नियंत्रण करना चुनौती बन गया। प्रयागराज के सीमावर्ती रेलवे स्टेशनों को अलर्ट मोड पर रखा गया है और मथुरा में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए विशेष ट्रेनों को रोक दिया गया है। प्रयागराज जाने के लिए हजारों यात्री रेलवे स्टेशनों पर फंसे हुए हैं, जिन्हें होल्डिंग एरिया में रोककर भीड़ प्रबंधन किया जा रहा है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए रेलवे प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी स्टेशन पर तैनात किए गए हैं और यात्रियों के लिए वैकल्पिक व्यवस्थाएं की जा रही हैं। स्टेशन पर अनियंत्रित भीड़ को देखते हुए प्रवेश पर अस्थायी रोक लगा दी गई है और केवल वैध यात्रा टिकट वाले यात्रियों को ही स्टेशन में प्रवेश की अनुमति दी जा रही है। एसीएम मनीष कुमार ने जानकारी दी कि प्रयागराज जाने वाली ट्रेनों को अगले आदेश तक रोक दिया गया है, जिससे प्लेटफार्म और सर्कुलेटिंग एरिया में भारी भीड़ जमा हो गई है।

महाकुंभ में भगदड़ की घटना को लेकर कांग्रेस ने योगी सरकार पर तीखा हमला बोला है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने एक्स (Twitter) पर पोस्ट कर इस घटना को दुखद बताया और कहा कि महाकुंभ के दौरान संगम तट पर हुई भगदड़ में कई लोगों की जान चली गई और अनेकों घायल हुए हैं, जो अत्यंत हृदयविदारक है। उन्होंने श्रद्धालुओं के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की। खरगे ने उत्तर प्रदेश सरकार की अव्यवस्थाओं पर सवाल उठाते हुए कहा कि आधी-अधूरी तैयारियां, वीआईपी मूवमेंट, प्रशासन की लापरवाही और अव्यवस्थित प्रबंधन इस भगदड़ के लिए जिम्मेदार हैं। हजारों करोड़ रुपए खर्च करने के बावजूद कुंभ मेले की व्यवस्थाएं लचर साबित हुई हैं, जो निंदनीय है। उन्होंने कहा कि अभी कई महत्वपूर्ण शाही स्नान बाकी हैं, ऐसे में केंद्र और राज्य सरकारों को तत्काल व्यवस्था सुधारनी चाहिए ताकि आगे ऐसी अप्रिय घटनाएं न हों। श्रद्धालुओं के ठहरने, भोजन, प्राथमिक चिकित्सा और सुरक्षित आवागमन के लिए सुविधाओं में विस्तार करने की जरूरत है, साथ ही वीआईपी मूवमेंट पर भी नियंत्रण लगाया जाना चाहिए।

हालांकि, भगदड़ की खबरों के बावजूद श्रद्धालुओं के उत्साह में कोई कमी नहीं आई है। संगम तट पर हर हर महादेव और जय गंगा मैया के जयकारों की गूंज सुनाई दे रही है और आस्था की लहरें पहले से भी अधिक तीव्र नजर आ रही हैं। श्रद्धालु भले ही पैदल सफर कर रहे हों, लेकिन उनके चेहरे पर सनातन परंपरा की आभा साफ झलक रही है। पूरे कुंभ मेला क्षेत्र में हेलीकॉप्टर से निगरानी की जा रही है, जिससे सुरक्षा को पुख्ता किया जा सके। महाकुंभ के इस अद्भुत दृश्य को देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा है मानो सनातन संस्कृति का ऐसा दिव्य समागम ना पहले कभी हुआ था और ना भविष्य में होगा।