किश्तवाड़ त्रासदी : अमित शाह-उमर अब्दुल्ला की चर्चा, केंद्र ने दी हर संभव मदद का भरोसा
- Post By Admin on Aug 14 2025

नई दिल्ली : जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के चशोती इलाके में गुरुवार सुबह बादल फटने से मची तबाही के बीच, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने तुरंत जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से फोन पर बातचीत की। गृह मंत्री ने आश्वस्त किया कि केंद्र सरकार हर परिस्थिति में जम्मू-कश्मीर के लोगों के साथ मजबूती से खड़ी है और प्रभावित क्षेत्रों में राहत व बचाव कार्य के लिए हर संभव संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे।
अमित शाह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “किश्तवाड़ जिले में बादल फटने की घटना पर जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल और मुख्यमंत्री से बात की। स्थानीय प्रशासन राहत और बचाव कार्य में जुटा है। एनडीआरएफ की टीमें तुरंत घटनास्थल पर पहुंच चुकी हैं। स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है। जरूरतमंदों को हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी।”
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए जानकारी दी कि उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह को मौके की गंभीर स्थिति से अवगत कराया है। उन्होंने कहा, “खबरें गंभीर हैं और सटीक जानकारी मिलने में समय लग रहा है। बचाव कार्यों के लिए जम्मू-कश्मीर के भीतर और बाहर से संसाधन जुटाए जा रहे हैं। जब भी संभव होगा, सरकार घटना से जुड़ी आधिकारिक जानकारी साझा करेगी।” साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया कि वे किसी चैनल या समाचार एजेंसी को बयान नहीं देंगे।
स्थानीय विधायक सुनील शर्मा के अनुसार, यह हादसा उस स्थान पर हुआ जहां श्री मचैल यात्रा के लिए चार पहिया वाहन खड़े होते हैं और आसपास कई अस्थायी दुकानें थीं। घटना के बाद प्रशासन ने श्री मचैल यात्रा को अगली सूचना तक स्थगित कर दिया है। एडीसी किश्तवाड़ ने कहा कि प्रभावित क्षेत्र में हालात बेहद चुनौतीपूर्ण हैं और मौसम भी राहत कार्य में बाधा डाल रहा है।
एनडीआरएफ की ओर से जारी बयान में बताया गया कि उधमपुर बेस से उपकरणों से लैस दो टीमों के लगभग 180 सदस्य घटनास्थल की ओर रवाना किए गए हैं। इनके साथ एसडीआरएफ, स्थानीय पुलिस, सेना और अन्य एजेंसियां मिलकर बड़े पैमाने पर राहत व बचाव कार्य कर रही हैं।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, कई दुकानें और वाहन बह गए हैं, जबकि मृतकों और घायलों की सटीक संख्या का आकलन अभी जारी है। घायलों को किश्तवाड़ के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है और गंभीर रूप से घायल मरीजों को एयरलिफ्ट कर जम्मू भेजने की तैयारी की जा रही है।
प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्र के आसपास सुरक्षा घेरा बनाकर आम लोगों की आवाजाही रोक दी है, ताकि बचाव दल बिना रुकावट अपना काम कर सके। राहत सामग्री, पीने का पानी और आवश्यक दवाएं लगातार भेजी जा रही हैं।