केरल की नर्स निमिषा प्रिया की फांसी फिलहाल टली, यमन में बचाने की आखिरी कोशिशें जारी
- Post By Admin on Jul 15 2025

नई दिल्ली : यमन में मौत की सजा का सामना कर रहीं केरल की नर्स निमिषा प्रिया को बड़ी राहत मिली है। बुधवार, 16 जुलाई को होने वाली फांसी को फिलहाल टाल दिया गया है। यह जानकारी ‘सेव निमिषा प्रिया इंटरनेशनल एक्शन काउंसिल’ के वकील सुभाष चंद्रन ने मंगलवार को दी। हालांकि अभी नई तारीख तय नहीं हुई है, लेकिन भारत सरकार और कई संगठनों के स्तर पर अंतिम प्रयास तेज हो गए हैं।
वकील सुभाष चंद्रन ने कहा, “फांसी को अस्थायी रूप से टाल दिया गया है, जिससे मृतक के परिजनों को मनाने के लिए अतिरिक्त समय मिला है। हम लगातार अधिकारियों की निगरानी में परिवार से बातचीत कर रहे हैं।”
भारत सरकार भी कर रही हस्तक्षेप
अटॉर्नी जनरल की ओर से बताया गया है कि भारत सरकार अपने डिप्लोमैटिक चैनलों के जरिए यमन सरकार से संपर्क में है। इसके अलावा केरल के एक धार्मिक मरकज प्रमुख ने भी यमन में अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर मृतक के परिवार को समझाने की कोशिश की है।
क्या है पूरा मामला
केरल की रहने वाली नर्स निमिषा प्रिया 2008 से यमन में रह रही थीं। उन्होंने एक मेडिकल क्लिनिक की स्थापना की थी, जिसमें स्थानीय नियमों के तहत यमन के नागरिक तलाल अब्दुल मेहदी को साझेदार बनाया गया। बाद में दोनों के रिश्ते बिगड़ गए। आरोप है कि मेहदी ने न सिर्फ निमिषा का पैसा हड़प लिया, बल्कि उनका पासपोर्ट भी जब्त कर लिया।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, साल 2017 में पासपोर्ट वापस पाने के प्रयास में निमिषा ने तलाल को बेहोश करने के लिए इंजेक्शन दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। इसी मामले में यमन की अदालत ने उन्हें मौत की सजा सुनाई।
आखिरी उम्मीदों का दौर
अब जबकि फांसी पर रोक लगी है, भारत के लिए यह मामला 'कूटनीतिक और मानवीय' दोनों मोर्चों पर चुनौती बन गया है। निमिषा की जिंदगी अब उस मुआवजे और समझौते पर निर्भर करती है, जो मृतक के परिवार को संतुष्ट कर सके।
मानवाधिकार संगठनों और भारतीय समुदाय की निगाहें अब यमन में चल रही हर बातचीत पर टिकी हैं।