इजरायली पीएम नेतन्याहू का सख्त रुख और भारत यात्रा से बढ़ा सकती है ट्रंप की बैचेनी

  • Post By Admin on Oct 23 2025
इजरायली पीएम नेतन्याहू का सख्त रुख और भारत यात्रा से बढ़ा सकती है ट्रंप की बैचेनी

नई दिल्ली : गाजा में दो साल बाद हुए युद्धविराम के बीच अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस इजरायल पहुंचे और उन्होंने प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से मुलाकात की। इस दौरान नेतन्याहू ने अमेरिका के प्रति अपने कड़े रुख को स्पष्ट किया और कहा कि इजरायल अपनी सुरक्षा स्वयं तय करता है और किसी पर निर्भर नहीं है।

इजरायली पीएम ने कहा, "कुछ लोग सोचते हैं कि अमेरिका इजरायल को चलाता है, कुछ लोग सोचते हैं कि इजरायल अमेरिका को चलाता है। ये सब बकवास बातें हैं। हम दोनों मजबूत साझेदार हैं।" वहीं उपराष्ट्रपति वेंस ने भी स्वीकार किया कि गाजा में शांति बनाए रखना चुनौतीपूर्ण है।

इजरायली मीडिया की जानकारी के अनुसार, नवंबर में विदेश मंत्री गिदोन सार भारत दौरे पर आएंगे। इसके बाद दिसंबर में प्रधानमंत्री नेतन्याहू, अगले साल फरवरी में रक्षा मंत्री काट्ज और साल की शुरुआत में राष्ट्रपति इसाक हर्जोग भी भारत दौरे पर होंगे। भारत और इजरायल के बीच 1992 से राजनयिक संबंध हैं और दोनों देशों ने इन रिश्तों को मजबूत किया है। भारत इजरायल से मिसाइल डिफेंस सिस्टम 'बराक 8', उन्नत ड्रोन और अन्य हथियारों का प्रमुख खरीदार है।

इसके अलावा, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भी दिसंबर में भारत का दौरा करेंगे। इससे पहले चीन में आयोजित एससीओ समिट में पुतिन, शी जिनपिंग और पीएम मोदी एक मंच पर दिखे थे। अमेरिका ने हाल ही में दो रूसी तेल कंपनियों पर प्रतिबंध लगाए हैं और भारत को टैरिफ की चेतावनी दी जा रही है।

विश्लेषकों का मानना है कि इजरायल और रूस के शीर्ष नेताओं के भारत दौरे से अमेरिका, खासकर पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप में बेचैनी बढ़ सकती है। नेतन्याहू ने गाजा में हमास को पूरी तरह निपटाने से पहले ही अमेरिका की सहमति से सीजफायर स्वीकार किया है, जिससे भारत में दोनों देशों के दौरे की अहमियत और बढ़ गई है।