भारत-सिंगापुर साझेदारी : एआई, डिजिटल टेक्नोलॉजी और न्यूक्लियर क्षेत्रों में बढ़ेगा सहयोग

  • Post By Admin on Sep 04 2025
भारत-सिंगापुर साझेदारी : एआई, डिजिटल टेक्नोलॉजी और न्यूक्लियर क्षेत्रों में बढ़ेगा सहयोग

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि टेक्नोलॉजी और नवाचार भारत और सिंगापुर के बीच साझेदारी के मजबूत स्तंभ हैं। दोनों देशों ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), क्वांटम और अन्य डिजिटल तकनीकों में सहयोग बढ़ाने का फैसला किया है।

प्रधानमंत्री मोदी के निमंत्रण पर सिंगापुर के पीएम लॉरेंस वोंग भारत की तीन दिवसीय यात्रा पर आए हैं। दिल्ली में दोनों नेताओं की बातचीत के बाद प्रधानमंत्री ने प्रेस वार्ता में कहा कि यूपीआई और पे नाउ डिजिटल कनेक्टिविटी का सफल उदाहरण हैं। उन्होंने बताया कि भारत और सिंगापुर ने आसियान के साथ द्विपक्षीय व्यापक आर्थिक सहयोग समझौते और मुक्त व्यापार समझौते की समयबद्ध समीक्षा करने का निर्णय लिया है।

पीएम मोदी ने कहा, "आज अंतरिक्ष क्षेत्र में हुआ समझौता अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में सहयोग का नया अध्याय जोड़ रहा है। हमने युवाओं की प्रतिभा से जुड़ने के लिए इस वर्ष के अंत में भारत-सिंगापुर हैकाथॉन का अगला राउंड आयोजित करने का निर्णय लिया है।"

प्रधानमंत्री ने सिंगापुर के नेता का स्वागत करते हुए कहा, "प्रधानमंत्री वोंग की यह पहली भारत यात्रा है और यह इसलिए भी खास है क्योंकि हम इस वर्ष अपने संबंधों की 60वीं वर्षगांठ मना रहे हैं।"

मोदी ने याद दिलाया कि 2024 में उनकी सिंगापुर यात्रा के दौरान दोनों देशों ने संबंधों को व्यापक रणनीतिक साझेदारी तक बढ़ाया था। उन्होंने कहा कि आज सिंगापुर दक्षिण पूर्व एशिया में भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है और भारत में सिंगापुर से बड़े पैमाने पर निवेश हुआ है। रक्षा संबंध लगातार मजबूत हो रहे हैं और आम लोगों के बीच भी संबंध गहरे और जीवंत हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि सहयोग अब केवल पारंपरिक क्षेत्रों तक सीमित नहीं रहेगा। बदलते समय के साथ उन्नत विनिर्माण, ग्रीन शिपिंग, कौशल विकास, परमाणु और शहरी जल प्रबंधन जैसे क्षेत्रों में भी साझेदारी बढ़ेगी। उन्होंने सिंगापुर को भारत की एक्ट ईस्ट नीति का महत्वपूर्ण स्तंभ बताते हुए कहा कि दोनों देश हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति और स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए आसियान के साथ मिलकर काम करना जारी रखेंगे।

पीएम मोदी ने निष्कर्ष निकालते हुए कहा कि द्विपक्षीय व्यापक आर्थिक सहयोग समझौते और आसियान के साथ मुक्त व्यापार समझौते की समयबद्ध समीक्षा से पारस्परिक व्यापार में और तेजी आएगी।