भारत-जर्मनी संबंध स्थिर और मजबूत, दोनों देशों का सहयोग बढ़ रहा है : एस. जयशंकर
- Post By Admin on Sep 03 2025

नई दिल्ली : विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बुधवार को भारत-जर्मनी संबंधों को अत्यंत महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि दोनों देशों के रिश्ते लगातार गहराई और महत्व में बढ़ रहे हैं।
जर्मनी के विदेश मंत्री जोहान वेडफुल के साथ दिल्ली में हुई वार्ता के बाद मीडिया से बातचीत में जयशंकर ने कहा कि भारत-जर्मनी संबंध "बेहद स्थिर" हैं और वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच इनकी अहमियत और बढ़ गई है। उन्होंने बताया कि दोनों देश आर्थिक, राजनीतिक और रणनीतिक स्तर पर मजबूत सहयोग कर रहे हैं।
जयशंकर ने कहा, "जर्मनी न केवल यूरोपीय संघ का सबसे बड़ा देश है, बल्कि वैश्विक समीकरणों में हमारे लिए केंद्रीय महत्व रखता है। हम दोनों देश जी4 के हिस्से के रूप में संयुक्त राष्ट्र और सुरक्षा परिषद में सुधार लाने के लिए भी सहयोग कर रहे हैं।"
उन्होंने शिक्षा और छात्र आदान-प्रदान में हुई प्रगति पर भी प्रकाश डाला। जयशंकर ने बताया कि जर्मनी में सबसे अधिक विदेशी छात्र भारत से हैं और दोनों देशों ने स्कूल और कॉलेज स्तर पर अल्पकालिक यात्राओं के लिए मुफ्त वीजा सुविधा देने पर सहमति जताई है, ताकि छात्र आदान-प्रदान को बढ़ावा मिल सके।
विदेश मंत्री ने भारतीय बच्ची अरिहा शाह के मुद्दे को भी उठाया। उन्होंने कहा, "मैंने यह रेखांकित किया कि उसकी सांस्कृतिक पहचान सुनिश्चित हो और वह भारतीय माहौल में बड़े। यह मामला और अधिक देर नहीं खिंचना चाहिए।" अरिहा शाह को सितंबर 2021 में जर्मनी के यूथ वेलफेयर ऑफिस की हिरासत में लिया गया था और तब से वह पालक देखभाल में है। भारत लगातार यह मांग करता रहा है कि बच्ची को उसकी भाषाई, धार्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक परिवेश में ही पाला जाए।
विदेश मंत्री जयशंकर की यह टिप्पणियाँ भारत-जर्मनी के बढ़ते हुए राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक संबंधों की पुष्टि करती हैं।