अतुल सुभाष आत्महत्या मामले में पत्नी ने तोड़ी चुप्पी

  • Post By Admin on Dec 12 2024
अतुल सुभाष आत्महत्या मामले में पत्नी ने तोड़ी चुप्पी

नई दिल्ली : दहेज उत्पीड़न और घरेलू हिंसा के आरोपों के चलते आत्महत्या करने वाले अतुल सुभाष के ससुराल पक्ष की ओर से पहली बार बयान सामने आया है। उनकी पत्नी निकिता सिंघानिया के चाचा सुशील सिंघानिया ने कहा है कि अतुल सुभाष द्वारा लगाए गए सभी आरोप झूठे और आधारहीन हैं। उन्होंने मीडिया से बातचीत में यह भी कहा कि उनके परिवार के बारे में जो कुछ भी आरोप लगाए गए हैं, वे पूरी तरह गलत हैं और इस मामले का फैसला अदालत पर छोड़ देना चाहिए।

यह मामला तब सुर्खियों में आया, जब अतुल सुभाष ने अपनी आत्महत्या से पहले 24 पन्नों का एक पत्र और वीडियो जारी किया था। जिसमें उन्होंने अपनी पत्नी निकिता सिंघानिया और उनके परिवार पर मानसिक और शारीरिक उत्पीड़न का आरोप लगाया था। इसके अलावा अतुल ने यह भी दावा किया था कि उसके खिलाफ लगातार 9 मामले दर्ज कराए गए और 3 करोड़ रुपये की डिमांड सेटलमेंट के लिए उसकी परेशानियां बढ़ाई जा रही थीं।

ससुराल पक्ष ने कहा - ‘हर आरोप का जवाब निकिता के पास’

सुशील सिंघानिया ने कहा, “हमारे परिवार पर लगाए गए आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद हैं। यह मामला 3 साल से चल रहे तलाक के एक विवाद का हिस्सा है। अतुल ने जो आरोप लगाए थे, वे सभी गलत हैं और निकिता सिंघानिया के पास इन सभी आरोपों का सही जवाब है। फिलहाल, निकिता यहां नहीं है लेकिन वह जब लौटेगी, तो सभी सवालों का जवाब देगी।”

सुशील सिंघानिया पर आरोप यह भी है कि उन्हें अतुल सुभाष को आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में आरोपी बनाया गया है। यह मामला बेंगलुरु में अतुल सुभाष के भाई की ओर से दर्ज कराया गया है। इस पर सुशील ने कहा, “मेरा इस मामले से कोई संबंध नहीं है। मेरा नाम एफआईआर में जानबूझकर डाला गया है।”

बेंगलुरु पुलिस की जांच जारी

बेंगलुरु पुलिस ने इस मामले में जांच तेज कर दी है और निकिता सिंघानिया, उनकी मां निशा, भाई अनुराग और चाचा सुशील से पूछताछ करने के लिए एक टीम यूपी के जौनपुर भेजी है। पुलिस की जांच में अब तक यह स्पष्ट हुआ है कि इस मामले में कुछ गंभीर आरोप लगे हैं। जिनकी जांच की जा रही है।

आत्महत्या से पहले लिखा था इमोशनल लेटर

अतुल सुभाष ने आत्महत्या से पहले 24 पन्नों का एक इमोशनल पत्र लिखा था। जिसमें उन्होंने अपनी पीड़ा और परेशानियों का विवरण दिया। इस पत्र में उन्होंने यह भी अपील की थी कि उनके 4 साल के बेटे को उसके माता-पिता को सौंप दिया जाए। इसके अलावा अतुल ने वीडियो में भी अपने आरोपों को दोहराया था।

आगे क्या होगा?

इस मामले में अब अदालत ही अंतिम फैसला करेगी। ससुराल पक्ष ने स्पष्ट किया है कि वे आरोपों का खंडन करते हैं और उनके परिवार का इसमें कोई दोष नहीं है। सुशील सिंघानिया ने यह भी कहा कि निकिता सिंघानिया सभी आरोपों का जवाब देने के लिए तैयार हैं और जब वह वापस आएंगी, तो इन सभी मुद्दों को अदालत के सामने रखेंगी। यह मामला समाज में दहेज उत्पीड़न और घरेलू हिंसा से जुड़े कई महत्वपूर्ण सवाल खड़ा कर रहा है और यह देखना होगा कि अदालत इस मामले में क्या फैसला देती है।