दिल्ली कूच की घोषणा : पंजाब और पश्चिमी यूपी के किसानों का दिल्ली-NCR में प्रदर्शन
- Post By Admin on Dec 05 2024

नई दिल्ली : पंजाब के किसान संगठनों ने 6 दिसंबर, शुक्रवार को दिल्ली कूच करने की घोषणा की है। जबकि पश्चिमी यूपी के किसान भी दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन करने के लिए तैयार हैं। किसानों की इस योजना ने दिल्ली और एनसीआर के लोगों के बीच चिंता बढ़ा दी है क्योंकि वे अपनी मांगों को लेकर दिल्ली में दो अलग-अलग रास्तों से घुसने पर अड़े हुए हैं। प्रशासन किसानों को रोकने के लिए सुरक्षा उपायों को बढ़ा चुका है लेकिन स्थानीय लोगों को यातायात बाधित होने और अन्य परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
किसानों के प्रदर्शन से दिल्ली और एनसीआर में संकट
पंजाब और पश्चिमी यूपी के किसानों की योजना से दिल्ली की सीमाओं पर भारी यातायात जाम और शहर के भीतर अन्य समस्याएं उत्पन्न होने की संभावना है। किसानों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले कुछ समय से प्रदर्शन जारी रखा है। वे अब दिल्ली के भीतर घुसने की कोशिश कर रहे हैं। जिससे राजधानी में आम आदमी की आवाजाही प्रभावित हो सकती है।
प्रशासन की ओर से तैयारी
दिल्ली पुलिस और स्थानीय प्रशासन इस स्थिति से निपटने के लिए पहले से ही तैयार हैं। सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ा दी गई है और प्रवेश मार्गों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। प्रशासन किसानों के आंदोलन को शांतिपूर्ण तरीके से नियंत्रित करने की पूरी कोशिश कर रहा है लेकिन एक साथ दो जगहों से प्रदर्शनकारियों के दिल्ली में प्रवेश की योजना से शहर की यातायात व्यवस्था प्रभावित हो सकती है।
यातायात संकट और स्थानीय निवासियों की परेशानियां
दिल्ली और एनसीआर में रहने वाले नागरिकों को आगामी दिनों में यातायात की भारी समस्या का सामना करना पड़ सकता है। खासकर उन मार्गों पर जहां किसानों का प्रदर्शन होने की संभावना है। वहां से गुजरने वाले यात्री और कार्यालय जाने वाले लोग परेशान हो सकते हैं। प्रशासन ने ऐतिहातन कुछ मार्गों पर सर्कुलेशन और डायवर्जन की योजना बनाई है लेकिन इससे भी यातायात में आंशिक अवरोध उत्पन्न हो सकता है।
किसानों की मांगें और स्थिति
किसान संगठनों ने सरकार से अपनी पुरानी मांगों को लेकर ठोस कदम उठाने का दबाव डाला है। जिनमें कृषि कानूनों की वापसी और न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी शामिल हैं। किसान नेताओं का कहना है कि यदि सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं करती है, तो उनका प्रदर्शन और उग्र हो सकता है।