टैरिफ चिंताओं से बाजार पर दबाव, सेंसेक्स 624 और निफ्टी 183 अंक लुढ़का
- Post By Admin on Aug 28 2025

मुंबई : गणेश चतुर्थी पर एक दिन बंद रहने के बाद भारतीय शेयर बाजार गुरुवार को भारी गिरावट के साथ लाल निशान में खुले। यह गिरावट अमेरिका द्वारा भारतीय वस्तुओं पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाए जाने के ऐलान के बाद दर्ज की गई, जिससे निवेशकों की धारणा पर नकारात्मक असर पड़ा।
सुबह के कारोबार में बीएसई सेंसेक्स 624 अंक या 0.77 प्रतिशत लुढ़ककर 80,162 पर आ गया। वहीं निफ्टी 50 इंडेक्स 183.85 अंक या 0.74 प्रतिशत गिरकर 24,528 पर ट्रेड कर रहा था।
सेक्टोरल दबाव
सभी सेक्टोरल इंडेक्स लाल निशान में रहे। निफ्टी आईटी इंडेक्स 1.24 प्रतिशत टूटा, निफ्टी फार्मा में 0.97 प्रतिशत और निफ्टी रियल्टी में 1.42 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। निफ्टी मिडकैप 100 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 क्रमशः 1.00 प्रतिशत और 1.12 प्रतिशत गिरे।
टॉप गेनर और लूजर
निफ्टी शेयरों में हीरो मोटोकॉर्प 1.68 प्रतिशत की बढ़त के साथ टॉप गेनर रहा। इसके बाद एशियन पेंट्स, सिप्ला, टाटा कंज्यूमर और टाइटन कंपनी के शेयरों में मजबूती दिखी।
दूसरी ओर, श्रीराम फाइनेंस 2.85 प्रतिशत टूटकर टॉप लूजर रहा। आईसीआईसीआई बैंक, एचसीएल टेक, जियो फाइनेंशियल, एनटीपीसी और हिंडाल्को में भी भारी गिरावट दर्ज की गई।
विशेषज्ञों की राय
चॉइस इक्विटी ब्रोकिंग की अमृता शिंदे ने कहा, “टेक्निकल स्तर पर निफ्टी को 24,670 पर तत्काल सपोर्ट है। इसके नीचे 24,500 का स्तर अहम होगा। वहीं, 24,850 के ऊपर जाने पर निफ्टी 25,000–25,150 तक पहुंच सकता है।”
जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के मुख्य निवेश रणनीतिकार डॉ. वीके विजयकुमार ने कहा कि, “अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट की टिप्पणी कि ‘आखिरकार भारत और अमेरिका साथ आएंगे’, इस विवाद के जल्द समाधान की ओर इशारा करती है। एफआईआई की बिकवाली को डीआईआई की आक्रामक खरीदारी से संतुलित किया जा सकता है।”
वैश्विक बाजारों का हाल
गुरुवार को एशिया-प्रशांत बाजारों में मिला-जुला रुख रहा।
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जापान का निक्केई 0.50 प्रतिशत चढ़ा
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दक्षिण कोरिया का कोस्पी 0.53 प्रतिशत बढ़ा
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चीन का शंघाई सूचकांक 0.09 प्रतिशत गिरा
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हांगकांग का हैंग सेंग 0.84 प्रतिशत टूटा
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शेन्जेन सूचकांक 0.26 प्रतिशत की बढ़त में रहा।
अमेरिकी बाजारों में भी कल हल्की तेजी रही। डॉव जोन्स 0.32 प्रतिशत, नैस्डैक 0.21 प्रतिशत और एसएंडपी 500 0.24 प्रतिशत बढ़ा।
एफआईआई और डीआईआई की भूमिका
विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बुधवार को भारतीय शेयरों में 6,516.49 करोड़ रुपये की शुद्ध बिकवाली की, जो 20 मई के बाद सबसे बड़ी बिकवाली है। वहीं, घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 7,060.37 करोड़ रुपये की आक्रामक खरीदारी कर बाजार को सपोर्ट दिया।