एयर इंडिया विमान हादसे के बाद शेयर बाजार में भारी उथल-पुथल, एविएशन कंपनियों के शेयरों में बड़ी गिरावट
- Post By Admin on Jun 14 2025

मुंबई : अहमदाबाद से लंदन जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट एआई-171 के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद शेयर बाजार में तीव्र प्रतिक्रिया देखने को मिली। हादसे की खबर सामने आते ही एविएशन सेक्टर से जुड़े शेयरों में भारी गिरावट दर्ज की गई। सुरक्षा चिंताओं और संभावित नियामकीय जांच की आशंका के चलते निवेशकों ने जमकर बिकवाली की।
एअर इंडिया का विमान बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर 242 यात्रियों को लेकर लंदन के गैटविक एयरपोर्ट जा रहा था, लेकिन उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों के भीतर अहमदाबाद के मेघानीनगर इलाके के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हादसे में सभी यात्रियों की मौत हो गई।
इस दुर्घटना का सीधा असर शेयर बाजार पर पड़ा। अमेरिका में बोइंग कंपनी के शेयर प्री-मार्केट ट्रेडिंग में 7.8 प्रतिशत टूटकर 197.3 डॉलर पर पहुंच गए। बोइंग ने एक बयान में कहा है कि उन्हें शुरुआती रिपोर्टों की जानकारी है और वे अधिक तथ्यों को इकट्ठा करने में जुटे हैं।
भारत में भी एविएशन कंपनियों के शेयर दबाव में दिखे। इंटरग्लोब एविएशन लिमिटेड (इंडिगो) के शेयर 3.31 प्रतिशत गिरकर 5,446.35 रुपये पर आ गए, जबकि स्पाइसजेट 2.40 प्रतिशत गिरकर 44.40 रुपये पर बंद हुआ। अहमदाबाद एयरपोर्ट का संचालन करने वाली अडाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड के शेयरों में भी 1.89 प्रतिशत की गिरावट आई और यह 2,532.25 रुपये पर बंद हुआ।
विशेषज्ञों का कहना है कि यह घटना एविएशन सेक्टर की संचालन प्रणाली, सुरक्षा मानकों और आपातकालीन तैयारियों पर सवाल खड़े करती है। बाजार में आशंका है कि आने वाले दिनों में इस सेक्टर पर अतिरिक्त निगरानी और सख्ती देखने को मिल सकती है।
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने हादसे की पुष्टि की है और पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं। डीजीसीए के अनुसार, विमान ने भारतीय समयानुसार दोपहर 1:39 बजे उड़ान भरी थी और टेक-ऑफ के तुरंत बाद ही तकनीकी खराबी की सूचना दी गई। इसके बाद विमान का संपर्क एयर ट्रैफिक कंट्रोल से टूट गया और वह हवाई अड्डे की सीमा के बाहर दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
इस हादसे ने न सिर्फ एयरलाइन इंडस्ट्री को झकझोर कर रख दिया है, बल्कि एयरपोर्ट प्रबंधन और आपदा प्रतिक्रिया तंत्र की भी गंभीर समीक्षा की मांग कर दी है। अब सभी की निगाहें डीजीसीए की जांच रिपोर्ट पर टिकी हैं, जो इस त्रासदी के पीछे के कारणों से पर्दा उठा सकती है।