इजराइल और ईरान के बीच युद्ध : जानें क्यों इजराइल के लिए ईरान को हराना है मुश्किल

  • Post By Admin on Feb 17 2025
इजराइल और ईरान के बीच युद्ध : जानें क्यों इजराइल के लिए ईरान को हराना है मुश्किल

मध्य पूर्व का संकट और इजराइल-ईरान विवाद

अक्टूबर 2023 से लेकर आज तक, मध्य पूर्व में तनाव की स्थिति बनी हुई है, जिसका केंद्र इजराइल और ईरान के बीच बढ़ता शत्रुता बन चुका है। इजराइल ने गाजा में हमास के खिलाफ युद्ध छेड़ा, जिसके बाद उसे हिजबुल्लाह, हूती और ईरान से भी खतरों का सामना करना पड़ा। ईरान, जो इन समूहों को मदद प्रदान करता है, इजराइल का प्रमुख शत्रु बन चुका है। बावजूद इसके, ईरान को कमजोर करने की इजराइल और अमेरिका की तमाम कोशिशों के बावजूद, ईरान अब तक अपने रुख से पीछे नहीं हटा है। यह सवाल उठता है कि अगर इजराइल और ईरान के बीच सीधी जंग होती है, तो कौन बाजी मारेगा?

किसकी ताकत ज्यादा?

सैन्य ताकत के हिसाब से, ईरान की जनसंख्या इजराइल से कहीं अधिक है और उसके पास अधिक सैनिक भी हैं। ईरान में लगभग 5,80,000 सक्रिय सैनिक हैं, जबकि इजराइल के पास केवल 1,69,500 सक्रिय सैन्यकर्मी हैं। इसके बावजूद, इजराइल का रक्षा बजट ईरान से कहीं ज्यादा है, लगभग 24 बिलियन डॉलर, जबकि ईरान का रक्षा बजट 9.95 बिलियन डॉलर ही है।

हथियारों में अंतर

जहां तक हथियारों का सवाल है, इजराइल की सेना आधुनिक और अत्याधुनिक हथियारों से लैस है। जिनमें F-15, F-16 और F-35 जैसे लड़ाकू विमान शामिल हैं। दूसरी ओर, ईरान के पास पुराने और कमतर क्षमता वाले विमानों का सामना है। हालांकि, ईरान की मिसाइल क्षमता इजराइल से कहीं अधिक है, खासकर बैलिस्टिक और क्रूज मिसाइलों के मामले में, जो इजराइल तक अपनी पहुंच बना सकती हैं।

जमीनी और नौसैनिक ताकत

जमीनी ताकत की बात करें तो, ईरान के पास 1,996 ज्यादा टैंक हैं, जबकि इजराइल के पास केवल 1,370 टैंक हैं। लेकिन इजराइल के टैंक, खासकर मर्कवा टैंक, दुनिया के सबसे बेहतरीन और आधुनिक टैंक माने जाते हैं।

परमाणु शक्ति

परमाणु शक्ति के मामले में इजराइल के पास लगभग 80 परमाणु हथियार हैं, जबकि ईरान का परमाणु कार्यक्रम अभी पूरी तरह विकसित नहीं हुआ है, लेकिन वह परमाणु हथियार बनाने के करीब पहुंच चुका है।

हालांकि इजराइल के पास बेहतर रक्षा बजट, आधुनिक हथियार और वायु शक्ति है, ईरान अपनी सैन्य ताकत, मिसाइल क्षमताओं और क्षेत्रीय शक्ति को लेकर एक बड़ा प्रतिद्वंदी साबित हो सकता है। ईरान के साथ किसी भी संघर्ष में इजराइल को अपने सामरिक बल, अंतरराष्ट्रीय सहयोग और संसाधनों को बखूबी इस्तेमाल करना होगा।