अमेरिकी अभियोजकों ने गौतम अडानी पर रिश्वत और धोखाधड़ी के गंभीर आरोप लगाए
- Post By Admin on Nov 21 2024
भारतीय अरबपति और अडानी समूह के अध्यक्ष गौतम अडानी समेत आठ व्यक्तियों पर अमेरिकी अभियोजकों ने बुधवार को कथित रिश्वतखोरी और धोखाधड़ी के आरोप लगाए। इन आरोपों में 20 वर्षों में $2 बिलियन का लाभ अर्जित करने के लिए भारतीय सरकारी अधिकारियों को $265 मिलियन की रिश्वत देने और $3 बिलियन से अधिक का निवेश जुटाने में धोखाधड़ी का आरोप शामिल है।
अमेरिकी अभियोजकों ने आरोप लगाया है कि गौतम अडानी और उनके भतीजे सागर अडानी समेत अन्य ने भारत की सबसे बड़ी सौर ऊर्जा परियोजना हासिल करने के लिए सरकारी अधिकारियों को रिश्वत दी और इस प्रक्रिया में $3 बिलियन जुटाने के लिए ऋणदाताओं और निवेशकों को गलत जानकारी दी। इन आरोपों में विदेशी भ्रष्ट आचरण अधिनियम और वायर धोखाधड़ी षड्यंत्र जैसे गंभीर अमेरिकी कानूनों का उल्लंघन शामिल है, जिसमें अडानी समूह के पूर्व सीईओ विनीत जैन और अन्य कार्यकारियों की भूमिका भी संदिग्ध है।
अडानी समूह का साम्राज्य और विवाद
गौतम अडानी ने 1988 में एक ट्रेडिंग फर्म के रूप में अडानी समूह की शुरुआत की जो अब हवाई अड्डों, बंदरगाहों, ऊर्जा उत्पादन और खनन क्षेत्रों में एक प्रमुख खिलाड़ी है। हालांकि यह आरोप हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा जनवरी 2023 में अडानी समूह पर वित्तीय अनियमितताओं का आरोप लगाने के दो साल बाद सामने आए हैं। हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद समूह की बाजार पूंजीकरण में $150 बिलियन की गिरावट हुई थी।
राजनीतिक और अंतरराष्ट्रीय प्रभाव
गौतम अडानी ने हाल ही में अमेरिका में $10 बिलियन का निवेश करने और 15,000 नौकरियां उत्पन्न करने की योजना की घोषणा की थी। उन्होंने डोनाल्ड ट्रम्प की चुनावी जीत पर बधाई भी दी थी। हालांकि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी अडानी समूह को राजनीतिक संरक्षण देने के आरोप लगते रहे हैं।
वर्तमान स्थिति
ब्रुकलिन की अदालत ने गौतम अडानी और उनके भतीजे सागर अडानी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। अभियोजक अब इस वारंट को लागू कराने के लिए विदेशी एजेंसियों से संपर्क करेंगे। अडानी समूह ने इस मामले पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है।