राष्ट्रीय सुरक्षा के खतरे पर यूक्रेन ने टेलीग्राम पर लगाया बैन

  • Post By Admin on Sep 21 2024
राष्ट्रीय सुरक्षा के खतरे पर यूक्रेन ने टेलीग्राम पर लगाया बैन

यूक्रेन ने टेलीग्राम पर बैन लगाने का बड़ा फैसला लिया है, जिसका सीधा संबंध देश की सुरक्षा से जुड़ा हुआ है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की की सरकार ने टेलीग्राम के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाने का ऐलान किया है, खासकर सरकारी और सैन्य अधिकारियों के लिए। यह कदम रूस के साथ जारी युद्ध और राष्ट्रीय सुरक्षा की चिंताओं के मद्देनज़र उठाया गया है। यूक्रेन का मानना है कि रूस टेलीग्राम का इस्तेमाल जासूसी के लिए कर सकता है, और इससे संवेदनशील सूचनाओं के लीक होने का खतरा है।

शुक्रवार को यूक्रेन के नेशनल सिक्योरिटी एंड डिफेंस काउंसिल ने इस बैन की घोषणा की। इससे पहले यूक्रेन की मिलिट्री इंटेलिजेंस एजेंसी (जीयूआर) ने भी बताया था कि रूस इस प्लेटफॉर्म में सेंध लगाने की क्षमता रखता है और वहां से जानकारी चुराई जा सकती है, जिसमें डिलीट किए गए मैसेज भी शामिल हैं। यूक्रेन की सरकार का मानना है कि यह प्लेटफॉर्म राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा पैदा कर सकता है, खासकर तब जब इसका उपयोग सरकारी अधिकारी कर रहे हों।

टेलीग्राम पर यह बैन ऐसे समय में लगाया गया है जब युद्ध के दौरान दोनों देशों रूस और यूक्रेन में इसका उपयोग तेजी से बढ़ा है। टेलीग्राम पर विभिन्न जानकारियां और युद्ध संबंधी अपडेट साझा किए जाते रहे हैं। जेलेंस्की ने कहा कि जो अधिकारी अपनी ड्यूटी के लिए टेलीग्राम का उपयोग करना अनिवार्य मानते हैं, उनपर प्रतिबंध लागू नहीं होंगे, लेकिन अन्य सभी के लिए यह रोक लागू की जाएगी। 

टेलीग्राम की स्थापना रूस में जन्मे पावेल दुरोव ने की थी, जो 2014 में रूस छोड़कर दुबई चले गए थे। हाल ही में, फ्रांस में उन्हें अवैध सामग्री प्रकाशित करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। टेलीग्राम ने इस आरोप का खंडन करते हुए कहा है कि इस प्लेटफॉर्म ने कभी किसी देश को डेटा नहीं दिया है और डिलीट की गई सामग्री को वापस लाने का कोई तरीका नहीं है। इसके बावजूद, यूक्रेन का मानना है कि रूस टेलीग्राम का उपयोग जासूसी के लिए कर सकता है।

इसके अलावा, जेलेंस्की ने रूस, चीन, यूएई और ईरान के नागरिकों और कई कानूनी संस्थाओं पर भी प्रतिबंध लगाए हैं। यह प्रतिबंध दस साल के लिए लागू होंगे और इनमें व्यापार संचालन, पूंजी प्रवाह, और यूक्रेन के क्षेत्रों में समुद्री और हवाई जहाजों के प्रवेश पर रोक शामिल है। इन प्रतिबंधों का उद्देश्य राष्ट्रीय सुरक्षा को बनाए रखना और दुश्मन देशों के प्रभाव को कम करना है।

वहीं यूक्रेन की मीडिया के अनुसार, यूक्रेन में वर्तमान में 33,000 से अधिक टेलीग्राम चैनल सक्रिय हैं, और लगभग 75 प्रतिशत नागरिक इसका इस्तेमाल कम्युनिकेशन के लिए करते हैं।