थाईलैंड ने नीचता की हदें की पार, ह्यूमन एग फार्म में महिलाओं का अंडाशय निकालने का किया जाता था काम 

  • Post By Admin on Feb 12 2025
थाईलैंड ने नीचता की हदें की पार, ह्यूमन एग फार्म में महिलाओं का अंडाशय निकालने का किया जाता था काम 

थाईलैंड में मानव तस्करी के शिकार 3 महिलाओं का भयावह अनुभव सामने आया है, जिन्हें एक चीनी गैंग द्वारा चलाए जा रहे ह्यूमन एग फार्म में गुलाम बना कर रखा गया था।

थाईलैंड में मानव तस्करी की शिकार तीन महिलाओं के साथ हुई क्रूरता का हाल ही में पर्दाफाश हुआ है, जिसने पूरे देश को झकझोर दिया है। इन महिलाओं को चीनी गैंगस्टरों द्वारा जॉर्जिया में एक ‘ह्यूमन एग हार्वेस्टिंग’ (मानव अंडाणु एकत्रण) फार्म में भेजा गया था। जहां उनके साथ न सिर्फ शारीरिक उत्पीड़न किया गया, बल्कि उनका अंडाशय भी जबरन निकाल लिया गया। इन अंडों को विदेशों में बेच दिया जाता था और इस कार्य में शामिल महिलाओं को एक पैसा भी नहीं दिया जाता था।

मानव तस्करी गिरोह का खुलासा

यह मामला तब सामने आया जब पावेना फाउंडेशन फॉर चिल्ड्रन एंड वीमेन की संस्थापक पावेना होंगसाकुला ने इन पीड़ित महिलाओं को रेस्क्यू किया। पावेना ने बताया कि एक महिला, जो पहले इस गिरोह के चंगुल से बच निकली थी, ने इस क्रूरता की जानकारी दी थी। पिछले साल सितंबर में, इस महिला ने गिरोह से छुटकारा पाने के लिए 1,75,000 रुपये की राशि अदा की थी। यह जानकारी पावेना को दी गई और इसके बाद पावेना फाउंडेशन ने बचाव कार्य शुरू किया।

एक ‘ह्यूमन एग फार्म’ में महिलाओं की जिंदगियां

इस महिला ने बताया कि ह्यूमन एग फार्म में पैसों की कमी के चलते और भी महिलाएं फंसी हुई थीं। इस फार्म के बारे में जानकारी महिला को एक फेसबुक पेज के जरिए मिली, जहां एक लाख रुपये तक की नौकरी का विज्ञापन था। इस विज्ञापन में बताया गया था कि महिलाएं जॉर्जिया में उन कपल्स के लिए सैरोगेट मदर बनेंगी, जो संतान उत्पत्ति के लिए संघर्ष कर रहे थे। महिला ने जॉर्जिया पहुंचने के बाद पाया कि यह सब एक धोखा था और वहां वह और अन्य महिलाएं चीनी गैंगस्टरों द्वारा चलाए जा रहे एक बड़े घर में बंद कर दी गईं थीं।

भयंकर शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न

महिला ने बताया कि महिलाओं को लगातार हार्मोन दिए जाते थे ताकि उनके अंडाशय उत्तेजित हो सकें। फिर, उन्हें मासिक रूप से बेहोश करके अंडे निकाले जाते थे। इन अंडों को आईवीएफ (IVF) प्रक्रिया के लिए विदेशों में बेचा जाता था। इस प्रक्रिया के लिए महिलाओं को कोई भी भुगतान नहीं किया जाता था। उनकी शारीरिक स्थिति बेहद खराब हो गई थी और उन्हें किसी भी प्रकार की स्वतंत्रता नहीं थी।

मानव तस्करी के बढ़ते मामले

पावेना फाउंडेशन के आंकड़ों के अनुसार, 2024 में थाईलैंड से 257 लोग मानव तस्करी का शिकार हुए थे, जिनमें 204 लोग अन्य देशों में ले जाए गए थे। फाउंडेशन ने अब तक 152 पीड़ितों को रेस्क्यू किया है। यह आंकड़े दर्शाते हैं कि मानव तस्करी के मामले थाईलैंड में लगातार बढ़ रहे हैं और विशेष रूप से महिलाओं और बच्चों को इन अपराधों का शिकार बनाया जा रहा है।

पुलिस और फाउंडेशन का संयुक्त प्रयास

यह मामला अब पुलिस जांच के तहत है और मामले में शामिल सभी अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जा रही है। पावेना फाउंडेशन के द्वारा रेस्क्यू की गई महिलाओं को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है और उन्हें मानसिक और शारीरिक चिकित्सा सहायता प्रदान की जा रही है।