सलाम है भारत की बेटी सौम्या को, जिन्होंने हिज़ाब पहन कर शतरंज खेलने से मना कर दिया

  • Post By Admin on Jun 13 2018
सलाम है भारत की बेटी सौम्या को, जिन्होंने हिज़ाब पहन कर शतरंज खेलने से मना कर दिया

न्यूज़ डेस्क :-  ईरान की अधिकतर यूनिवर्सिटीज़ में लड़कियों के इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी विषय की पढ़ाई पर बैन है। खुद को ढांप कर बाहर निकलना तो कानून में है ही, कानून तोड़ने पर कड़े शारीरिक दंड का प्रावधान है। ईरान में औरतें नौकरियां करती तो हैं लेकिन सिर्फ तब तक जब तक उनका पति चाहे। औरतें राजनीति भी कर सकती हैं हालांकि प्रेसिडेंट पद की दौड़ में वो शामिल नहीं हो सकती क्योंकि प्रत्याशियों की जांच करनेवाली काउंसिल में बैठे कठमुल्ले उन्हें ऐसा करने नहीं देते। एक बात और, ईरान में औरतों ने खुद को स्वेच्छा से नहीं ढांपा बल्कि वो ऐसा करने के लिए मजबूर की गईं। 

ऐसे में भारत की महिला शतरंज खिलाड़ी सौम्या स्वामीनाथन ने वहां आयोजित हो रहे चैम्पियनशिप में भाग लेने से मना कर अपनी आवाज़ मुखर की है। सौम्या भारत की नंबर 5 महिला शतरंज खिलाड़ी हैं। सौम्या ने फेसबुक पर एक पोस्ट में कहा है कि वह इस चैंपियनशिप में इसलिए हिस्सा नहीं लेंगी क्योंकि उन्हें इस्लामिक देश ईरान में हिजाब पहनने को कहा जाएगा। बता दें ईरान में हिजाब और स्कार्फ पहनने का नियम महिलाओं के लिए अनिवार्य है। सौम्या का मानना है कि उन्होंने यह फैसला अपने निजी अधिकारों का उल्लंघन बताते हुए लिया है।सौम्या ने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा, 'मैं जबरदस्ती स्कार्फ या बुरखा नहीं पहनना चाहती। मुझे लगता है कि ईरान के स्कार्फ पहनने के कानून से मेरे मूलभूत मानवाधिकारों का उल्लंघन होता है। साथ ही इस कानून से मेरी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, विचार, विवेक और धर्म की सुरक्षा का भी उल्लंघन होता है। ऐसी परिस्थिति में मेरे पास एक ही रास्ता है कि मैं ईरान ना जाऊं।'  

सलाम है सौम्या के इस फैसले को एक बार फिर से।