बांग्लादेशी सेना में विद्रोह, देश के लिए बन सकती है अशांति का विषय, पढ़ें पूरी खबर 

  • Post By Admin on Mar 13 2025
बांग्लादेशी सेना में विद्रोह, देश के लिए बन सकती है अशांति का विषय, पढ़ें पूरी खबर 

बांग्लादेश : बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ किए जाने वाले अत्याचार के बाद बांग्‍लादेश में अशांत‍ि एक बार फ‍िर फैल सकती है क्‍योंक‍ि वहां की सेना में विद्रोह की आटह सुनाई देने लगी है। सेना प्रमुख जनरल     वकार-उज-जमान 2024 से सेना प्रमुख हैं। लोग उन्हें एक संतुलित नेता मानते हैं और उनका झुकाव भारत की ओर है। वहीं क्वार्टरमास्टर जनरल (क्यूएमजी) लेफ्टिनेंट जनरल मोहम्मद फैजुर रहमान इस्लामवादी   और पाकिस्तान समर्थक माने जाते हैं। 2025 की शुरुआत में रहमान की पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के प्रमुख से मुलाकात की खबर आई थी। इससे सेना में तनाव और बढ़ गया. कहा जा रहा है कि   यह मुलाकात खुफिया जानकारी साझा करने के लिए हुई थी।

कुछ खबरों में यह भी कहा गया है कि रहमान ने तख्तापलट की कोशिश की थी, जो नाकाम रही। हालांकि, इन खबरों की पुष्टि नहीं हुई है। ज़मान एक ऐसी सेना चाहते हैं जो राजनीति में दखल न दे। उन्होंने कहा है कि अंतरिम सरकार अस्थिर है और स्थिरता आने के बाद सेना को वापस बैरकों में लौट जाना चाहिए। रहमान सेना की एक ऐसी भूमिका चाहते हैं जिसमें वह ज़्यादा सक्रिय रहे। ऐसा लगता है कि वह बांग्लादेश के इस्लामवादी गुटों और पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के करीब हैं।

अशांत‍ि फैलने का डर

बांग्लादेश की सेना के भीतर का यह झगड़ा देश के लिए चिंता का विषय है. लोग डरे हुए हैं कि कहीं इससे देश में अशांति न फैल जाए. इस बीच, जनरल ज़मान ने बांग्लादेश में तख्तापलट की आशंका जताई है। उन्होंने कहा है कि देश बाहरी ताकतों के प्रभाव में आ सकता है। उन्होंने यह भी कहा है कि अगर हालात नहीं सुधरे तो सेना नियंत्रण अपने हाथ में ले सकती है। हाल ही में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के प्रमुख ने ढाका का दौरा किया है। यह कई दशकों में पहली बार हुआ है जब आईएसआई प्रमुख ने बांग्लादेश का दौरा किया है। इस दौरे से भारत की चिंता बढ़ गई है। खुफिया रिपोर्टों में कहा गया है कि आईएसआई बांग्लादेश की सेना में फूट डालना चाहता है।

रहमान इस्लामवादी गुटों के करीबी

आईएसआई प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल असीम मलिक ने बांग्लादेश सेना के क्वार्टर मास्टर जनरल लेफ्टिनेंट जनरल मोहम्मद फैजुर रहमान से मुलाकात की है। रहमान को इस्लामवादी गुटों का करीबी माना जाता है। कहा जा रहा है कि शेख हसीना के जाने के बाद रहमान को बांग्लादेशी फ़ौज की खुफिया एजेंसी डीजीएफआई का प्रमुख बनाया जा सकता है। आईएसआई प्रमुख का यह दौरा दिखाता है कि पाकिस्तान बांग्लादेश में अशांति फैलाना चाहता है।