जस्टिन ट्रूडो का इस्तीफा तय, पार्टी के अंदर विरोध और अंतरराष्ट्रीय दबाव बना बड़ी वजह

  • Post By Admin on Jan 06 2025
जस्टिन ट्रूडो का इस्तीफा तय, पार्टी के अंदर विरोध और अंतरराष्ट्रीय दबाव बना बड़ी वजह

कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो जो लंबे समय से लिबरल पार्टी और देश की राजनीति का चेहरा रहे हैं, जल्द ही अपने पद से इस्तीफा देने की तैयारी कर रहे हैं। यह खबर न केवल कनाडा बल्कि अंतरराष्ट्रीय राजनीति में भी हलचल मचा रही है। ट्रूडो का यह फैसला पार्टी के अंदर गहराते असंतोष और बढ़ते अंतरराष्ट्रीय दबाव का परिणाम माना जा रहा है।

पार्टी के भीतर असंतोष: अपनों ने ही किया किनारा

जस्टिन ट्रूडो के इस्तीफे की सबसे बड़ी वजह उनकी अपनी पार्टी के सांसदों का विरोध है। 153 सांसदों में से आधे से ज्यादा सांसद ट्रूडो के खिलाफ हैं। यह संख्या 100 तक पहुंचने का अनुमान है। पार्टी के भीतर अविश्वास प्रस्ताव की चर्चा है जिससे ट्रूडो के लिए स्थिति और कठिन हो गई है। पार्टी के सांसद अब नए नेता की तलाश में जुट गए हैं। वहीं, पूर्व डिप्टी प्रधानमंत्री क्रिस्टिया फ्रीलैंड का नाम प्रमुख रूप से सामने आ रहा है।

सर्वे ने बिगाड़ा खेल

हाल ही में हुए सर्वे ने ट्रूडो की स्थिति और कमजोर कर दी है। सर्वे में कंजर्वेटिव पार्टी को लिबरल पार्टी पर 20 फीसदी की बढ़त दिखाई गई है। ट्रूडो के नेतृत्व में लिबरल पार्टी का समर्थन 16 फीसदी तक गिर गया है।सर्वे के अनुसार, अगर क्रिस्टिया फ्रीलैंड को पार्टी का नेता बनाया जाए तो समर्थन 20 फीसदी से ऊपर जा सकता है।

पार्टी के संभावित नए नेता

ट्रूडो के इस्तीफे के बाद पार्टी में नेतृत्व संभालने के लिए कई नाम सामने आ रहे हैं। इनमें पूर्व डिप्टी प्रधानमंत्री क्रिस्टिया फ्रीलैंड, बैंक ऑफ कनाडा के पूर्व गवर्नर मार्क कार्नेरी, वर्तमान विदेश मंत्री मेलेनी जॉली, वित्त मंत्री डॉमिनिक लेब्लैंक, ट्रांसपोर्ट और आंतरिक मंत्री अनीता आनंद के नाम प्रमुख रूप से शामिल हैं।

अंतरराष्ट्रीय दबाव: भारत और अमेरिका के साथ तनाव

ट्रूडो का कार्यकाल अंतरराष्ट्रीय विवादों से भी घिरा रहा है। भारत के साथ खालिस्तानी मुद्दे पर विवाद ने ट्रूडो की छवि को काफी नुकसान पहुंचाया। डोनाल्ड ट्रंप के सत्ता में लौटने के बाद कनाडा पर टैरिफ बढ़ाने और अन्य आर्थिक मुद्दों को लेकर दबाव बना। वहीं, अमेरिका में ट्रंप प्रशासन के दौरान एलन मस्क ने यहां तक कह दिया था कि ट्रूडो लंबे समय तक सत्ता में नहीं रहेंगे।

अमेरिका-कनाडा संबंध और ट्रंप की टिप्पणी

डोनाल्ड ट्रंप ने अपने पिछले कार्यकाल में कनाडा पर टैरिफ बढ़ाने का ऐलान किया था। ट्रूडो ने इस मुद्दे को सुलझाने के लिए अमेरिका का दौरा किया, लेकिन ट्रंप ने कनाडा को अमेरिका का 51वां राज्य बनाने तक की बात कहकर स्थिति को और पेचीदा बना दिया।