लॉस एंजिल्स में भयावह आग का तांडव, हजारों घर जलकर खाक

  • Post By Admin on Jan 11 2025
लॉस एंजिल्स में भयावह आग का तांडव, हजारों घर जलकर खाक

कैलिफोर्निया के लॉस एंजिल्स काउंटी में पिछले चार दिनों से लगी भीषण आग ने तांडव मचाया है। जिससे अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है और हजारों घर नष्ट हो गए हैं। यह आग लॉस एंजिल्स के पॉश इलाकों जैसे हॉलीवुड हिल्स भी में फैल चुकी है और सड़कों को बाधित कर दिया है। आग पर काबू पाने के प्रयास जारी हैं, लेकिन तेज हवाओं के चलते आग की लपटें फिर से भड़क सकती हैं। जिससे स्थिति और भी भयावह हो सकती है।

लॉस एंजिल्स काउंटी के शेरिफ (पुलिस अधिकारी) रॉबर्ट लूना ने इस आपदा का वर्णन करते हुए कहा, “यहां ऐसा मंजर है जैसे किसी ने इन इलाकों में परमाणु बम गिरा दिया हो।” उन्होंने आग से प्रभावित क्षेत्रों में करीब 10,000 घरों और अन्य संरचनाओं को नुकसान पहुँचने की जानकारी दी। साथ ही, उन्होंने मौतों की संख्या में और वृद्धि की आशंका जताई है और कहा कि फिलहाल राहत की कोई उम्मीद नहीं दिख रही है।

कैलिफोर्निया के वन एवं अग्नि सुरक्षा 

विभाग ने बताया कि पैलिसेड्स इलाके में आग पर 6 प्रतिशत काबू पा लिया गया है, लेकिन ईटन क्षेत्र में आग अब भी नियंत्रण से बाहर है। इस भीषण आग ने न केवल पर्यावरण को नुकसान पहुँचाया है, बल्कि लाखों लोगों के लिए खतरे की घंटी भी बजा दी है, क्योंकि हजारों लोग विस्थापित हो चुके हैं और राहत कार्यों में लगी टीमों के लिए स्थिति अत्यंत चुनौतीपूर्ण बन चुकी है।

आग के कारण और असर

प्रारंभिक रिपोर्ट्स के अनुसार, आग के कारण हुई इस त्रासदी ने लॉस एंजिल्स के जंगलों को अपनी चपेट में ले लिया और बहुत से घर, कारें और अन्य संपत्तियाँ राख में बदल गईं। फिलहाल, फायर फाइटर्स और राहत टीमों ने आग पर काबू पाने में कुछ प्रगति की है, लेकिन आग की तीव्रता और तेज हवाओं के चलते स्थिति की गंभीरता बनी हुई है।

राहत कार्यों में जुटी टीमें

आग पर काबू पाने के लिए दर्जनों फायर फाइटर्स और आपातकालीन टीमें जुटी हुई हैं। साथ ही, प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्रों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का काम शुरू कर दिया है। राहत कार्यों में तेजी लाने के लिए सरकारी और निजी एजेंसियों की ओर से हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।

इस आग ने कैलिफोर्निया की वनाग्नि की समस्या को फिर से ताजा कर दिया है और आग से होने वाले जान-माल के नुकसान को लेकर सरकार और अधिकारियों से अब तक कोई ठोस समाधान नहीं निकल पाया है।