बांग्लादेश की मशहूर अभिनेत्री मेहर अफरोज शाओन गिरफ्तार, देशद्रोह का लगा आरोप
- Post By Admin on Feb 07 2025

बांग्लादेश की मशहूर अभिनेत्री मेहर अफरोज शाओन को ढाका में गिरफ्तार कर लिया गया है। उन पर देशद्रोह और साजिश रचने के आरोप लगाए गए हैं। ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस की डिटेक्टिव ब्रांच (डीबी) ने गुरुवार शाम को राजधानी के धानमंडी इलाके से उन्हें गिरफ्तार किया। अफरोज पर यह आरोप है कि उन्होंने बांग्लादेश के मोहम्मद यूनुस शासन और खासतौर पर उनके प्रेस सलाहकार की खुलकर आलोचना की थी।
फेसबुक पेज पर की थी आलोचना
अफरोज ने अपने फेसबुक पेज पर मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली बांग्लादेश की अंतरिम सरकार की आलोचना की थी। वह देश में बढ़ती कट्टरता और हिंसा के खिलाफ भी अपने विचार रख चुकी थीं। इस आलोचना के बाद बांग्लादेश सरकार ने अभिनेत्री को गिरफ्तार कर लिया और उनके खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया। डिटेक्टिव ब्रांच के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त रेजाउल करीम मलिक ने बताया कि अफरोज को गुरुवार रात हिरासत में लिया गया और उनसे पूछताछ की जा रही है।
पॉलिटिकल फैमिली से ताल्लुक रखने वाली अफरोज
मेहर अफरोज एक पॉलिटिकल फैमिली से ताल्लुक रखती हैं। उनकी मां बेगम तहुरा अली ने आरक्षित महिला सीट से संसद में दो कार्यकाल पूरे किए थे। वहीं, उनके पिता मोहम्मद अली ने अवामी लीग से नामांकन मांगा था। अभिनेत्री ने खुद भी पिछले चुनाव में अवामी लीग के उम्मीदवार के रूप में आरक्षित संसदीय सीट से चुनाव लड़ा था।
पैतृक घर में आगजनी की घटना
अफरोज की गिरफ्तारी उनके पैतृक घर पर हुए हमले के कुछ घंटे बाद हुई। जमालपुर जिले के नोरुंडी रेलवे स्टेशन के पास उनके घर में स्थानीय निवासियों और छात्रों ने आग लगा दी थी। यह घर उनके पिता का था, जो पिछले राष्ट्रीय चुनाव में अवामी लीग से उम्मीदवार थे। इस घटना के बाद अफरोज की गिरफ्तारी ने एक नई राजनीतिक हलचल को जन्म दिया है।
शेख हसीना के पिता के घर पर भी हमलावरों ने हमला किया
गौरतलब है कि यह घटना ढाका में हुई एक और घटना के बाद सामने आई है, जहां प्रदर्शनकारियों ने बांग्लादेश के संस्थापक नेता और अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना के पिता शेख मुजीबुर्हमान के घर पर तोड़फोड़ की और उसे आग के हवाले कर दिया। हमलावरों ने इसे तानाशाही का प्रतीक बताया और सरकार के खिलाफ नारे लगाए।
अफरोज की गिरफ्तारी के बाद देश में बढ़ा राजनीतिक तनाव
मेहर अफरोज की गिरफ्तारी के बाद बांग्लादेश में राजनीतिक तनाव और बढ़ गया है। सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन और कट्टरपंथियों के हमले जारी हैं और यह गिरफ्तारी बांग्लादेश के अंदरूनी राजनीतिक हालात को और जटिल बना सकती है।