इजरायल की कैद से छूटे 90 फिलिस्तीनी बंधकों का गाजा में हुआ भव्य स्वागत
- Post By Admin on Jan 20 2025

इजरायल की कैद से छूटे 90 फिलिस्तीनी बंधकों का गाजा में हुआ भव्य स्वागत
इजरायल की कैद से छूटे 90 फिलिस्तीनी बंधकों का गाजा में जबरदस्त स्वागत हुआ। ये बंधक सफेद वॉल्वो बसों में सवार होकर गाजा पहुंचे। जहां बड़ी संख्या में लोग उनका स्वागत करने के लिए एकत्रित हुए। बसों की छतों पर चढ़कर कैदियों ने विक्ट्री साइन दिखाए और उनके हाथों में हमास और हिजबुल्ला के झंडे भी देखे गए। इजरायल की जेल से इन कैदियों को रेड क्रॉस द्वारा गाजा पहुंचाया गया था। इस मौके पर गाजा में बड़े जश्न का माहौल था और स्थानीय लोग उत्साह से नारे लगाते हुए बसों के चारों ओर इकट्ठा हो गए।
सीजफायर के बाद का पहला बड़ा समझौता
यह रिहाई इजरायल और हमास के बीच सीजफायर के बाद हुई पहली महत्वपूर्ण डील थी। इस डील के तहत, इजरायल ने 90 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया। जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे शामिल थे। बदले में, हमास ने तीन इजरायली बंधकों को छोड़ा था। इस प्रकार, यह समझौता दोनों पक्षों के लिए एक बड़ी जीत मानी जा रही है। सूत्रों के अनुसार, 25 तारीख को फिर से दोनों पक्षों के बीच रिहाई का सिलसिला जारी रहेगा और इस बार इजरायल एक बंधक के बदले 30 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा।
रिहा कैदियों पर आरोप
इजरायल ने जिन 90 कैदियों को रिहा किया, उन पर आरोप था कि उन्होंने इजरायली सुरक्षा बलों पर हमला किया था। जैसे पत्थर फेंकना, सुरक्षा बलों को निशाना बनाना और कुछ पर हत्या के प्रयास जैसे गंभीर आरोप भी थे। इनमें से कई कैदी ऐसे थे जो इजरायल के प्रतिष्ठानों पर हमलों में शामिल थे।
गाजा में जश्न और उम्मीदों का माहौल
गाजा में इन कैदियों की रिहाई को एक जीत के रूप में देखा जा रहा है और इस दौरान हजारों की संख्या में लोग अपनी जीत का जश्न मना रहे थे। इस बीच, गाजा में लाखों लोग अपने घरों की ओर लौटने लगे हैं, भले ही उनके घर मलबे में तब्दील हो चुके हैं। लोग फिर से जीवन की उम्मीद जता रहे हैं कि वे अपने घरों को पुनः स्थापित कर पाएंगे। सीजफायर के बाद, अब गाजा में बमबारी का खतरा कम हो गया है, जो बीते सवा साल से लगातार जारी था।
गाजा संकट और मानवीय सहायता
गाजा में जारी युद्ध में अब तक 50 हजार से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं और लाखों लोगों को विस्थापित होना पड़ा है। युद्ध के कारण गाजा में स्थितियां अत्यंत विकट हो गई थीं, लेकिन अब धीरे-धीरे मानवीय सहायता पहुंचने लगी है, जो वहां के लोगों के लिए राहत का कारण बन रही है।
इस रिहाई और सीजफायर को हमास अपनी बड़ी जीत मान रहा है। जबकि इजरायल के साथ जारी संघर्ष के परिणाम फिलिस्तीनियों के लिए सकारात्मक उम्मीदें जगा रहे हैं। अब सभी की निगाहें 25 तारीख के अगले दौर पर टिकी हैं, जब और अधिक कैदी रिहा हो सकते हैं।