ललित नारायण तिरहुत महाविद्यालय में समर्थ पोर्टल पर कार्यशाला आयोजित
- Post By Admin on Jan 20 2025

- बिहार सरकार के उच्च शिक्षा सलाहकार ने दी जानकारी
मुजफ्फरपुर : जिले के ललित नारायण तिरहुत महाविद्यालय में इतिहास विभाग और राजनीति शास्त्र विभाग के संयुक्त तत्वावधान में ‘समर्थ पोर्टल: आनलाइन रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया एवं उपयोगिता’ विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में बिहार सरकार के उच्च शिक्षा सलाहकार डॉ. एन.के. अग्रवाल मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। जबकि शिक्षा निदेशक सलाहकार आदित्य समदर्शी ने मुख्य वक्ता के रूप में अपने विचार रखे। कार्यशाला में महाविद्यालय के प्राचार्य और अन्य प्रमुख अतिथि भी मौजूद थे।
कार्यशाला का उद्देश्य और मुख्य बिंदु
कार्यशाला का उद्देश्य ‘समर्थ पोर्टल’ के उपयोग, उसकी रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया और उच्च शिक्षा में इसके महत्व को समझाना था। मुख्य वक्ता आदित्य समदर्शी ने अपने संबोधन में कहा कि समर्थ पोर्टल भारत में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में एक नया कदम साबित हो रहा है। उन्होंने बताया कि दिल्ली विश्वविद्यालय और उत्तर प्रदेश में यह पोर्टल सामान्य रूप से काम कर रहा है और अब ललित नारायण तिरहुत महाविद्यालय ने इसे समझने की पहल की है। उन्होंने कहा कि समर्थ पोर्टल में कुल 40 माड्यूल हैं। जिसमें महाविद्यालय और छात्रों से जुड़ी सभी आवश्यक सूचनाएं शामिल होंगी। यह पोर्टल महाविद्यालय की कार्यकुशलता और पाठ्यक्रम के आंकलन में भी सहायक होगा।
आदित्य समदर्शी ने यह भी बताया कि समर्थ पोर्टल छात्रों के लिए संबल का कार्य करेगा और यह भारत सरकार का एक सार्थक कदम है, जो देशभर में शिक्षा के स्तर को बेहतर बनाएगा।
मुख्य अतिथियों के विचार
कार्यशाला के मुख्य अतिथि डॉ. एन.के. अग्रवाल ने पोर्टल के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह पोर्टल विशेष रूप से शिक्षकों के लिए है। जिसमें वे अपनी जानकारी और कार्यकुशलता को अपडेट कर सकते हैं। उन्होंने इसे शिक्षकों के विकास और शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
प्राचार्य प्रो. अभय कुमार सिंह ने अपने अध्यक्षीय भाषण में नयी तकनीकों के स्वागत का महत्व बताया और कहा कि आज तकनीकी बदलावों के कारण ही हमारे हाथों में मोबाइल फोन है। उन्होंने सभी शिक्षकों और कर्मचारियों से इस पोर्टल से जुड़ने की अपील की, ताकि वे आने वाले समय में इसके जरिए अपने कार्यों को बेहतर बना सकें।
पुस्तक दान और समापन
इस कार्यक्रम के दौरान डॉ. एन.के. अग्रवाल ने महाविद्यालय के पुस्तकालय को विभिन्न विषयों की लगभग 100 पुस्तकें दान कीं। उन्होंने इस दान को शिक्षा के समान बताया और कहा कि यह महाविद्यालय के लिए एक महत्वपूर्ण उपहार है। पुस्तकालयाध्यक्ष मोनी ने पुस्तकों की सूची तैयार की और इस उपहार को महाविद्यालय के पुस्तकालय के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण बताया।
कार्यशाला का मंच संचालन डॉ. अर्चना सिंह ने किया। जबकि धन्यवाद ज्ञापन डॉ. जय प्रकाश ने दिया। इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के शिक्षकगण, कर्मचारीगण और छात्र-छात्राएं भी शामिल हुए।
समाप्ति पर महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. अभय कुमार सिंह ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया और उम्मीद जताई कि ‘समर्थ पोर्टल’ उच्च शिक्षा में एक नए युग की शुरुआत करेगा।