परिवार नियोजन पर कार्यशाला आयोजित, सीएचओ को दी गई विस्तृत जानकारी
- Post By Admin on Dec 07 2024

लखीसराय : शुक्रवार को जिले में परिवार नियोजन के महत्व पर आधारित कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी की अध्यक्षता में दीप प्रज्वलित कर किया गया। कार्यशाला में डीसीएम आशुतोष सिंह, डीसी-पीसीआई मुकेश कुमार झा, एफपी काउंसलर, और प्रथम बैच के कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर्स (सीएचओ) ने भाग लिया।
एसीएमओ ने सीएचओ को परिवार नियोजन के महत्व, उनके उपयोग और स्वास्थ्य उपकेंद्रों (एचडब्लूसी/एचएससी) पर उपलब्ध कराए जा रहे परिवार नियोजन साधनों के संधारण व रिपोर्टिंग प्रक्रिया की जानकारी दी।
परिवार नियोजन के मुख्य बिंदुओं में यह सुनिश्चित करना शामिल है कि शादी कम से कम 21 वर्ष की उम्र के बाद हो ताकि शारीरिक विकास पूरा हो सके। शादी के बाद 2 वर्ष का अंतर और पहले व दूसरे बच्चे के बीच कम से कम 3 साल का अंतर रखना आवश्यक है। जिससे मां और बच्चे का समुचित शारीरिक और मानसिक विकास हो सके। परिवार नियोजन के लिए दो प्रकार के साधन उपलब्ध हैं स्थायी साधन जैसे पुरुष/महिला बंध्याकरण और अस्थायी साधन जैसे कंडोम, माला-एन, छाया, अंतरा और आईयूसीडी (पीपीआईयूसीडी, पीएआईयूसीडी)।
छोटा परिवार न केवल बच्चों के बेहतर भरण-पोषण और देखभाल को सुनिश्चित करता है बल्कि उत्तम शिक्षा और उज्ज्वल भविष्य की ओर भी अग्रसर करता है। प्रशिक्षकों ने परिवार नियोजन से संबंधित सभी संसाधनों पर विस्तार से चर्चा की। लाभार्थियों को प्रेरित किया गया कि वे नजदीकी स्वास्थ्य संस्थानों पर जाकर मुफ्त में गर्भनिरोधक साधनों का लाभ उठाएं।