विकास दिव्‍यकीर्ति बेचने जा रहे अपना दृष्टि आईएएस, फिजिक्सवाला बन सकता है खरीदार

  • Post By Admin on Apr 02 2025
विकास दिव्‍यकीर्ति बेचने जा रहे अपना दृष्टि आईएएस, फिजिक्सवाला बन सकता है खरीदार

नई दिल्‍ली: भारत के सबसे प्रतिष्ठित सिविल सेवा कोचिंग संस्‍थानों में से एक, दृष्टि आईएएस, जल्‍द ही बिक सकता है। यह संस्‍थान, जिसने हजारों आईएएस और आईपीएस अधिकारियों को तैयार किया है, अब एक बड़े सौदे की दहलीज पर है। रिपोर्ट्स के अनुसार, फिजिक्सवाला (PhysicsWallah) के फाउंडर अलख पांडेय ने दृष्टि आईएएस को खरीदने में रुचि दिखाई है। अगर यह डील सफल रही, तो सौदा 2,500 करोड़ रुपये में पूरा हो सकता है। यह हाल ही में भारतीय एडुटेक सेक्टर की सबसे बड़ी डील्स में से एक होगी।

डील की मौजूदा स्थिति

रिपोर्ट्स के मुताबिक, दोनों कंपनियों के बीच बातचीत शुरुआती स्तर पर है। हालांकि, सूत्रों का कहना है कि यह अधिग्रहण दृष्टि आईएएस के पूरे संस्थान के लिए किया जाएगा, जिसकी अनुमानित कीमत 2,500 करोड़ रुपये आंकी गई है। अगर यह डील सफल रहती है, तो भारतीय एडुटेक उद्योग में एक बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है।

फिजिक्सवाला का आईपीओ प्लान

एडुटेक यूनिकॉर्न फिजिक्सवाला ने अपना आईपीओ लाने की तैयारियां भी शुरू कर दी हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, कंपनी 50 करोड़ डॉलर (करीब 4,300 करोड़ रुपये) का आईपीओ लाने की योजना बना रही है। अनुमान लगाया जा रहा है कि इस आईपीओ के बाद ही दृष्टि आईएएस के अधिग्रहण पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा।

फिजिक्सवाला का वैल्यूएशन और ग्रोथ

नोएडा स्थित इस एडुटेक कंपनी ने हाल ही में तीन स्वतंत्र निदेशकों की नियुक्ति की है। इसके अलावा, आईपीओ के लिए कंपनी ने 5 अरब डॉलर (करीब 50,000 करोड़ रुपये) का वैल्यूएशन लक्ष्य रखा है।

दृष्टि आईएएस के सीईओ विवेक तिवारी ने इन अटकलों को खारिज करते हुए कहा, "हम अपने भविष्य की योजनाओं के लिए विभिन्न संगठनों (आईपीओ बैंकर, पीई और एडुटेक संस्थापक) से मुलाकात कर रहे हैं, लेकिन अभी तक कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है।"

दृष्टि आईएएस का सफर और वर्तमान स्थिति

दृष्टि आईएएस की स्थापना 26 साल पहले विकास दिव्यकीर्ति ने की थी। यह संस्थान सिविल सेवा परीक्षा (CSE) की तैयारी कराने वाला एक प्रमुख कोचिंग संस्थान है। FY24 में इसने 405 करोड़ रुपये का राजस्व और 90 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया।

दिल्ली के मुखर्जी नगर केंद्र से कंपनी के कुल राजस्व का 58% आया, जबकि इसके अन्य केंद्र प्रयागराज, जयपुर और करोल बाग में स्थित हैं।

दूसरी ओर, फिजिक्सवाला की कमाई वित्तीय वर्ष 2024 में बढ़कर 1,940.4 करोड़ रुपये हो गई, जो वित्तीय वर्ष 2023 के 744.3 करोड़ रुपये से 160% अधिक है। हालांकि, बढ़ते खर्चों के कारण कंपनी को वित्तीय वर्ष 2024 में 1,131 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ, जो वित्तीय वर्ष 2023 के 84 करोड़ रुपये से काफी ज्यादा है।