बाल विवाह मुक्त जिला बनाने हेतु वार्ड सदस्यों ने ली शपथ
- Post By Admin on Feb 24 2024

लखीसराय : शनिवार को कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेंस फाउंडेशन एवं जवाहर ज्योति बाल विकास केंद्र लखीसराय के संयुक्त तत्वाधान में बाल विवाह मुक्त लखीसराय अभियान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत दिनेश चौरसिया की उत्साहवर्धन कार्यक्रम के रूप में क्रियाकलाप से हुई एवं संस्था के सचिव सुरेंद्र कुमार ने संस्था के कार्यों को वार्ड सदस्य से अवगत कराया। नंदलाल मंडल, नेहा कुमारी एवं रजनी ने स्वागत गीतों की प्रस्तुति दी।
एक अभिनव पहल जो बाल विवाह के खात्मे में जमीनी असर पर अहम भूमिका निभा सकती है, के तहत बिहार राज्य के लखीसराय में 550 ग्राम पंचायतों के वार्ड-पार्षदों ने अपनी पंचायत और पूरे जिले को बाल विवाह जैसी कुरीति से मुक्त बनाने के लिए बाल विवाह के खिलाफ शपथ ली। साथ ही साथ बाल विवाह मुक्त भारत के अभियान में अपना आवाज बुलंद किया। जिले में तमाम ग्राम पंचायतों ने बाल विवाह के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाया और इस दौरान सभी उम्र, जाति-बिरादरी और धर्मों के स्त्री-पुरुषों को वार्ड सदस्यों ने शपथ दिलाई कि वे अपने गांव में बाल विवाह जैसे कृत्य में किसी भी तरह से सहभागी नहीं बनेंगे और उनका लक्ष्य अंततः: पूरे प्रदेश को बाल विवाह मुक्त बनाना है।
इस मौके पर जवाहर ज्योति बाल विकास केंद्र, लखीसराय के कोऑर्डिनेटर सूर्य कुमार चटर्जी ने सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के बारे में आगंतुक वार्ड सदस्यों को बताया। सामाजिक कार्यकर्ता सह योग प्रचारक ज्वाला ने वार्ड सदस्यों को अपने भीतर छुपी प्रतिभा कौशलता को कैसे निखारें, इस हेतु उत्साहवर्धन क्रियाकलाप किया साथ ही आधार कार्ड कैसे बनाएं एवं स्पॉन्सरशिप योजना, बाल कुपोषण को कैसे मिटाएं, बच्चों के पोषण संबंधी सहायता में मौजूद सरकारी योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया एवं इस पुनीत कार्य में संस्था की ओर से सहयोग करने का आश्वासन दिया। सामाजिक कार्यकर्ता ममता कुमारी ने बच्चों को न्याय दिलाने में बाल संरक्षण समिति की भूमिका पर प्रकाश डाली एवं पोक्सो एक्ट के बारे में बताया। कार्यक्रम में दामोदरपुर पंचायत से आए औरैया गांव के वार्ड सदस्य परमानंद मंडल, पचेना गांव के वार्ड सदस्य निर्मला देवी, बरियारपुर से योगेश्वर प्रसाद, बल्लोपुर पंचायत के वार्ड सदस्य संजीत कुमार ने मौके पर ग्राम से जुड़ी योजनाओं के बारे में बताया ।
इस दौरान एक महिला वार्ड सदस्य ने नाम ना बताने की शर्त पर अपनी आपबीती बताते हुए कहा कि "मेरी शादी भी बचपन में कर दी गई थी। बाल विवाह एक ऐसी कड़वी सच्चाई है जो अब भी हमें मुंह चिढ़ा रही है। छोटी उम्र में बच्चों के ब्याह की घटनाएं अभी भी आम हैं। ऐसे में इस अपराध के खिलाफ जागरूकता के प्रसार और लोगों को बाल विवाह के सामाजिक और कानूनी दुष्परिणामों से अवगत कराने की दिशा में यह जमीनी अभियान और शपथ दिलाने जैसे कदम बेहद अहम हैं।” बिहार राज्य में बाल विवाह के मामले शून्य पर लाने के सपने को पूरा करने के लिए पंचायत और ग्रामीण विकास विभाग ने प्रदेश के सभी पंचायतों को ‘बाल विवाह मुक्त बिहार’ के लिए कार्यक्रमों के आयोजन के निर्देश देने के अलावा यह भी सुनिश्चित करने को कहा है कि सभी गांवों में लोगों को यह शपथ दिलाई जाए कि वे अपने गांव में कानूनी उम्र पूरी होने से पूर्व किसी बच्चे का विवाह नहीं होने देंगे। गांवों में अभी भी बड़ी संख्या में बाल विवाह के मामलों के मद्देनजर बिहार सरकार की यह अधिसूचना राज्य में बाल विवाह के पूरी तरह खात्मे की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है।
लखीसराय जिला के लखीसराय सदर, पिपरिया, रामगढ़, हलसी, बड़हिया, सूर्यगढ़ा प्रखंडों के सामाजिक कार्यकर्ता रहीश कुमार, नेहा कुमारी, रीना कुमारी, नंदलाल मंडल, रजनी कुमारी, सपना कुमारी आदि ने कार्यक्रम को संबोधित किया। धन्यवाद ज्ञापन संस्था के सचिव सुरेंद्र कुमार ने किया।