तेज गति व लापरवाही से बढ़ रही सड़क दुर्घटनाएँ, अस्पतालों की उदासीनता भी चिंता का विषय
- Post By Admin on Feb 21 2025

लखीसराय : जिले में सड़क दुर्घटनाओं की बढ़ती संख्या ने नागरिकों के बीच चिंता की लहर पैदा कर दी है। तेज गति, लापरवाही और यातायात नियमों की अनदेखी से रोजाना कई लोग दुर्घटनाओं का शिकार हो रहे हैं। हालांकि, प्रशासन और यातायात विभाग द्वारा जागरूकता अभियान चलाए जाते हैं, लेकिन इन उपायों का प्रभाव कम होते दिखाई दे रहा है।
ओवरटेकिंग और तेज रफ्तार बनी जानलेवा
सड़क दुर्घटनाओं का सबसे बड़ा कारण बाइकर्स की तेज रफ्तार और ओवरटेकिंग की आदत बन चुकी है। विशेषकर युवा चालक रफ्तार के रोमांच में स्टंट करते हैं, जिससे न केवल उनकी जान खतरे में पड़ती है, बल्कि आम राहगीरों के लिए भी यह खतरे का सबब बन जाता है। इसके परिणामस्वरूप कई दुर्घटनाएँ हो रही हैं, जिनमें गंभीर रूप से घायल होने वाले लोग समय पर इलाज न मिलने के कारण अपनी जान गंवा देते हैं।
आपातकालीन मरीजों के लिए अस्पतालों की उदासीनता
लखीसराय के अस्पतालों की उदासीनता भी एक गंभीर समस्या बन चुकी है। सड़क दुर्घटनाओं में घायल मरीजों को तुरंत प्राथमिक उपचार की आवश्यकता होती है, लेकिन अस्पतालों में प्राथमिक उपचार देने के बजाय अक्सर उन्हें अन्य अस्पतालों में रेफर कर दिया जाता है। इस देरी के कारण कई घायल मरीजों की जान चली जाती है। अस्पतालों की यह बेरुखी सड़क दुर्घटनाओं में जान गंवाने वाले लोगों के लिए एक बड़ा कारण बन रही है।
सख्ती और जागरूकता से मिलेगी राहत
यातायात विशेषज्ञों का मानना है कि यदि प्रशासन और पुलिस विभाग सख्ती से यातायात नियमों का पालन कराए और ओवरस्पीडिंग तथा स्टंटबाजी करने वालों पर कड़ी कार्यवाही की जाए, तो दुर्घटनाओं की संख्या में कमी लाई जा सकती है। इसके अलावा, यदि जागरूकता अभियान को प्रभावी तरीके से चलाया जाए, तो नागरिकों में यातायात नियमों का पालन करने की प्रवृत्ति बढ़ सकती है।