साहित्यकार डॉ. विजय विनीत को बिहार साहित्य महोत्सव में मिला सम्मान
- Post By Admin on Feb 18 2025

लखीसराय : सूर्यगढ़ा के प्रसिद्ध साहित्यकार डॉ. विजय विनीत को बिहार साहित्य महोत्सव 2025 में उनके उत्कृष्ट शोध आलेख के लिए सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन्हें पटना स्थित जगजीवन राम शोध संस्थान में आयोजित दो दिवसीय बिहार साहित्य महोत्सव में प्रदान किया गया।
डॉ. विजय विनीत को महाप्राण सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’ की एक कविता पर प्रस्तुत उनके उच्च स्तरीय शोध-आलेख के लिए अंग वस्त्र, स्मृति चिह्न, प्रमाण पत्र और स्मारिका देकर सम्मानित किया गया। बिहार साहित्य महोत्सव परिवार के अध्यक्ष डॉ. कमल किशोर वर्मा, सचिव मो. नसीम अख्तर और कोषाध्यक्ष डॉ. सीमा रानी ने संयुक्त रूप से उन्हें यह सम्मान प्रदान किया और उनके शोध की भूरि-भूरि प्रशंसा की।
15-16 फरवरी को आयोजित बिहार साहित्य महोत्सव का उद्घाटन मुख्य अतिथि अपर निदेशक, बिहार संग्रहालय डॉ. अशोक कुमार सिन्हा, विशिष्ट अतिथि डॉ. उषा सिन्हा और डॉ. भगवती प्रसाद द्विवेदी ने संयुक्त रूप से किया। महोत्सव में कवि सम्मेलन, मुशायरा, शोध-आलेख, साहित्य संवाद, पुस्तक लोकार्पण, पुस्तक समीक्षा और परिचर्चा जैसी विभिन्न साहित्यिक गतिविधियाँ आयोजित की गईं।
इस महोत्सव में बिहार की आंचलिक भाषाओं - भोजपुरी, मैथिली, मगही, अंगिका और ब्रज के साहित्यकारों ने भी हिस्सा लिया। देश भर से आए 100 से अधिक साहित्यकारों की उपस्थिति ने इस कार्यक्रम को और भी भव्य बना दिया। डॉ. विजय विनीत को यह प्रतिष्ठित सम्मान मिलने पर लखीसराय जिले में खुशी का माहौल है।
लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के वरिष्ठ नेता रविशंकर सिंह ‘अशोक’, साहित्यकार प्रो. अंजनी आनंद, प्रिंसिपल टिजो थॉमस, संस्थापक विजय कुमार यादव, इंददेव यादव, डॉ. धीरेन्द्र मोहन मिश्र, प्राध्यापक प्रेम रंजन कुमार समेत कई बुद्धिजीवियों और साहित्यप्रेमियों ने उन्हें शुभकामनाएँ दीं। डॉ. विजय विनीत की इस उपलब्धि से जिले का साहित्यिक गौरव बढ़ा है और उन्होंने जिले का नाम प्रदेश स्तर पर रौशन किया है।