कश्मीरी टीम लीडर्स की बिहार के प्रति बदली पूर्वधारणा

  • Post By Admin on Jan 11 2025
कश्मीरी टीम लीडर्स की बिहार के प्रति बदली पूर्वधारणा

मुजफ्फरपुर : जिला प्रशासन एवं नेहरू युवा केन्द्र के संयुक्त तत्वावधान में कश्मीरी युवा विनिमय कार्यक्रम 2024-25 “वतन को जानो” के तहत समाहरणालय सभागार में संवाद सत्र का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में जम्मू-कश्मीर के छह जिलों – अनंतनाग, कुपवाड़ा, बारामूला, बडगाम, श्रीनगर और पुलवामा से 132 युवा प्रतिभागी शामिल हुए।

कार्यक्रम में जिले के प्रमुख अधिकारियों, जिला पदाधिकारी सुब्रत कुमार सेन और वरीय पुलिस अधीक्षक सुशील कुमार ने भाग लिया और प्रतिभागियों से संवाद किया। इस दौरान कश्मीर के विभिन्न जिलों के टीम लीडर्स ने बिहार और मुजफ्फरपुर के दौरे के अनुभव साझा किए। उन्होंने बताया कि बिहार की सांस्कृतिक विविधता, छठ पूजा का महत्व, लिट्टी-चोखा का स्वाद और बिहार के लोगों का व्यवहार उनके लिए अत्यंत अद्वितीय और यादगार रहा।

प्रतिभागियों ने यह भी कहा कि बिहार के प्रति उनकी जो पूर्वधारणा थी, वह पूरी तरह बदल गई। अब वे बार-बार बिहार आने की इच्छा रखते हैं, क्योंकि बिहार के लोग न केवल बेहद मेहमाननवाज हैं, बल्कि यहाँ की सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहर भी बहुत ही समृद्ध है।

इस मौके पर जिलाधिकारी और वरीय पुलिस अधीक्षक ने कश्मीर से आए सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया और टीम लीडरों को बिहार का स्मृति चिन्ह भेंट किया तथा प्रमाण पत्र प्रदान किए। इसके बाद दोनों अधिकारियों ने संवाद सत्र में भाग लिया और कश्मीर के युवाओं को बिहार की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विविधताओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने कहा, “बिहार की पावन धरती पर बौद्ध, जैन, सिक्ख धर्म के महत्त्वपूर्ण स्थल स्थित हैं। यहाँ के वैशाली, विक्रमशिला, नालंदा विश्वविद्यालय और मगध साम्राज्य से जुड़े ऐतिहासिक स्थल पूरी दुनिया में प्रसिद्ध हैं।” उन्होंने यह भी बताया कि बिहार में गंगा नदी के दोनों किनारों पर स्थित उत्तर और दक्षिण बिहार की अलग-अलग सांस्कृतिक धारा और जीवंतता का अनोखा संगम है।

वरीय पुलिस अधीक्षक सुशील कुमार ने कश्मीर को धरती का स्वर्ग बताते हुए कहा, “कश्मीर का प्राकृतिक सौंदर्य अनुपम है और अब हमें यह भी विश्वास है कि बिहार भी उतना ही समृद्ध और खूबसूरत है। कश्मीर और बिहार के बीच के इस सांस्कृतिक और विचारात्मक साझेदारी से दोनों राज्यों के बीच अधिक समर्पण और समझ की संभावना बनती है।”

कार्यक्रम में उप विकास आयुक्त श्रेष्ठ अनुपम, जिला बंदोबस्त पदाधिकारी फिरोज अख्तर, अनुमंडल पदाधिकारी पश्चिमी श्रेयाश्री और डीआरडीए डायरेक्टर संजय कुमार सहित कई अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।