सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम के क्रियान्वयन हेतु अंतर्विभागीय बैठक आयोजित
- Post By Admin on Feb 01 2025

समस्तीपुर : विश्व उपेक्षित उष्णकटिबंधीय रोग दिवस पर समाहरणालय के परिचर्चा भवन में फाइलेरिया उन्मूलन हेतु “सर्वजन दवा सेवन” कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन के लिए अंतर्विभागीय बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता जिला पदाधिकारी रौशन कुशवाहा ने की। जिसमें विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने अपनी सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए विस्तृत योजना पर चर्चा की।
बैठक में निर्णय लिया गया कि आगामी 10 फरवरी से शुरू होने वाले इस कार्यक्रम के दौरान पहले तीन दिन (10 से 13 फरवरी) में सभी विद्यालयों में फाइलेरिया से बचाव की दवा दी जाएगी। इसके बाद, आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर योग्य लाभार्थियों (2 वर्ष से छोटे बच्चे, गर्भवती महिलाएं और गंभीर रूप से बीमार व्यक्ति को छोड़कर) को दवा खिलाएंगी। यह अभियान जिले के सभी 17 प्रखंडों और शहरी क्षेत्रों में आयोजित किया जाएगा।
इस अवसर पर जिलाधिकारी रौशन कुशवाहा ने “विश्व उपेक्षित उष्णकटिबंधीय रोग दिवस” के पोस्टर का विमोचन किया और “10 फरवरी से दवा खाएं और फाइलेरिया से मुक्ति पाएं” का संदेश दिया।
स्वास्थ्य अधिकारियों ने जिलाधिकारी को एमडीए कार्यक्रम के लिए चल रही तैयारियों की जानकारी दी। इस पर जिलाधिकारी ने आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। जिला शिक्षा पदाधिकारी को निर्देशित किया गया कि सभी विद्यालयों में शिक्षक और छात्र इस अभियान से जुड़कर जागरूकता फैलाएं और कार्यक्रम के दौरान शिक्षक अपने स्कूलों के छात्रों को दवा की खुराक दें। इसके अलावा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, जीविका दीदियों, सभी मुखियाओं, वार्ड सदस्य और शहरी क्षेत्रों के पार्षदों से यह भी अपील की गई कि वे अपने-अपने क्षेत्र को फाइलेरिया मुक्त करने के लिए संकल्प लें और इस अभियान में सक्रिय भूमिका निभाएं।
सिविल सर्जन डॉ. अखिलेश कुमार ने बताया कि इस कार्यक्रम के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा 1662 टीमों का गठन किया गया है, जो 10 से 27 फरवरी तक दवा देने का कार्य करेगी। पहले तीन दिन में स्कूलों में दवा दी जाएगी और उसके बाद घर-घर जाकर सभी योग्य लाभार्थियों को फाइलेरिया से बचाव की खुराक (डीईसी और अल्बेण्डाजोल) दी जाएगी।
डीभीबीडीसीओ डॉ. रविंद्र कुमार यादव ने बताया कि दवा की आपूर्ति भारत सरकार के राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम द्वारा की गई है और यह सुनिश्चित किया गया है कि सभी क्षेत्रों में पर्याप्त मात्रा में दवाएं उपलब्ध हों।