अपर सचिव ने की जिला कार्यक्रम के तहत प्रगति की समीक्षात्मक बैठक
- Post By Admin on Jan 07 2025

मुजफ्फरपुर : आकांक्षी जिला कार्यक्रम और संपूर्णता अभियान के अंतर्गत जिले में जुलाई से सितंबर 2024 तक की प्रगति की समीक्षात्मक बैठक भारत सरकार के अपर सचिव सुनील कुमार की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक का आयोजन जिला अतिथि गृह में हुआ। जहां स्वास्थ्य, शिक्षा, पोषण, कृषि, बुनियादी ढांचे और वित्तीय समावेशन जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में हुई प्रगति और भविष्य की रणनीतियों पर चर्चा की गई।
बैठक में उप विकास आयुक्त ने जिले की लक्ष्य, उपलब्धियां और भावी योजनाओं के बारे में अपर सचिव को विस्तार से जानकारी दी। अपर सचिव ने सभी अधिकारियों को नववर्ष की शुभकामनाएं देते हुए जिले में हुए कार्यों और उपलब्धियों की सराहना की। उन्होंने विशेष रूप से बृहत पुस्तकालय की स्थापना की आवश्यकता पर बल दिया।
स्वास्थ्य और पोषण के क्षेत्र में कई पहल की गई। पंचायत स्तर पर प्रसवपूर्व देखभाल, कुपोषण उन्मूलन और संस्थागत प्रसव पर फोकस किया गया है। इसके अंतर्गत पंचायत प्रतिनिधियों और कर्मियों को प्रशिक्षण देकर उन्हें सशक्त किया गया, ताकि वे प्रभावी कार्य कर सकें।
जिले में गर्भवती महिलाओं के लिए प्रसवपूर्व देखभाल में 76% पंजीकरण हुआ। मुशहरी प्रखंड ने 104% पंजीकरण लक्ष्य हासिल किया। आगनवाड़ी केंद्रों पर पोषण मेले आयोजित किए गए। जिसमें 5,000 से अधिक लाभार्थियों को सेवाएं दी गईं और 30+ आयु वर्ग के 50,000 से अधिक व्यक्तियों की मधुमेह और रक्तचाप की जांच की गई। साथ ही जागरूकता अभियान चलाए गए।
शिक्षा के क्षेत्र में “प्रगति पाठशाला” पहल के तहत 16 कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों और 16 मध्य विद्यालयों को मॉडल स्कूलों में परिवर्तित किया गया। 16 कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में स्मार्ट डिजिटल लाइब्रेरी स्थापित की गई। 20 मॉडल स्कूलों में कोडिंग कक्षाएं शुरू की गई। जिससे 2,000 से अधिक छात्रों को तकनीकी शिक्षा का लाभ मिला और 10 स्कूलों में अटल टिंकरिंग लैब और 6 स्कूलों में साइंस पार्क की स्थापना की गई।
स्वास्थ्य, पोषण और शिक्षा के महत्व पर जागरूकता अभियान आयोजित किए गए। विभिन्न विभागों के सहयोग से 6 संकेतकों में संतृप्ति प्राप्त करने का लक्ष्य हासिल किया गया। पंचायतों में सघन निगरानी और नियमित समीक्षा बैठकें आयोजित की गईं।
एनसीडी कैंप आयोजित कर सेवाओं का विस्तार और पोषण मेले के माध्यम से जागरूकता बढ़ाई जाएगी। सभी मॉडल स्कूलों में डिजिटल शिक्षा का विस्तार किया जाएगा और स्कूल ड्रॉपआउट दर को कम करने के लिए सामुदायिक सहभागिता बढ़ाई जाएगी।
बैठक में उप विकास आयुक्त श्रेष्ठ अनुपम, सिविल सर्जन डॉ. अजय कुमार, जिला कृषि पदाधिकारी सुधीर कुमार, डीपीओ आईसीडीएस ममता वर्मा, प्रखंड विकास पदाधिकारी चंदन कुमार सहित कई अन्य अधिकारी उपस्थित थे।