नवरात्रि की महाअष्टमी आज, जानें पूजा की विधि और कन्या पूजन का शुभ मुहूर्त
- Post By Admin on Apr 05 2025

हिंदू पंचांग के अनुसार साल भर में कुल चार बार नवरात्रि का पर्व मनाया जाता है, जिनमें दो गुप्त नवरात्रि और दो मुख्य नवरात्रि होती हैं। इनमें से शारदीय और चैत्र नवरात्रि प्रमुख मानी जाती हैं। गुप्त नवरात्रि का आयोजन विशेष रूप से तंत्र साधना के लिए किया जाता है।
चैत्र नवरात्रि की शुरुआत चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से होती है, और इसका समापन नवमी तिथि को होता है। इस बार यह नवरात्रि 8 दिनों की है, जो कि महाअष्टमी 5 अप्रैल 2025 को और राम नवमी 6 अप्रैल 2025 को पड़ रही है। इन दोनों विशेष दिनों में कन्या पूजन करना अत्यंत शुभ और फलदायी माना जाता है।
महाअष्टमी की तिथि आज, यानी 5 अप्रैल शनिवार को है। इस दिन विशेष रूप से मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है और कन्या पूजन का आयोजन किया जाता है। कन्या पूजन में 1 से 10 वर्ष की कन्याओं को देवी का रूप मानकर पूजा जाता है। इस दौरान नौ कन्याओं को देवी दुर्गा के नौ रूपों के रूप में पूजा जाता है और उन्हें भोजन कराया जाता है।
कन्या पूजन से देवी दुर्गा की विशेष कृपा प्राप्त होती है और यह पूजा सौभाग्य, सुख, समृद्धि, और ऐश्वर्य की प्राप्ति के लिए महत्वपूर्ण मानी जाती है। इसे नवरात्रि का अंतिम चरण माना जाता है और यह भक्तों के लिए अत्यधिक शुभ है।
इस दिन का महत्व बहुत अधिक है, क्योंकि यह केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि समाज में कन्याओं का सम्मान बढ़ाने और उन्हें देवी का रूप मानने का अवसर भी है।