अक्षय तृतीया पर बन रहा महासंयोग, मांगलिक कार्यों में मिलेगा लाभ

  • Post By Admin on Apr 17 2025
अक्षय तृतीया पर बन रहा महासंयोग, मांगलिक कार्यों में मिलेगा लाभ

नई दिल्ली : हिंदू धर्म में अक्षय तृतीया का विशेष महत्व माना जाता है। हिंदी कैलेंडर के अनुसार हर साल वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को अक्षय तृतीया का त्योहार मनाया जाता है। इस दिन सोने-चांदी से बने आभूषण की खरीदारी और मां लक्ष्मी की विशेष पूजा करने का विधान होता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सोने-चांदी की चीजों की खरीदारी से व्यक्ति के जीवन में खुशियां और धन संपदा हमेशा बनी रहती है,वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया  30 अप्रैल को है।

जाने अक्षय तृतीया पर क्या करना चाहिए 

 अक्षय तृतीया को आखा तीज भी कहा जाता है , इस दिन परशुराम जयंती भी मनाई जाती है।ग्रंथों के मुताबिक इसी दिन सतयुग और त्रेतायुग की शुरुआत हुई थी। इस दिन बिना मुहूर्त निकाले शुभ कार्य, विवाह करना, सोना-चांदी खरीदना, नए कार्य करने से जैसे काम किए जा सकते हैं। इस दिन किए गए व्रत-उपवास और दान-पुण्य से अक्षय पुण्य मिलता है। अक्षय पुण्य यानी ऐसा पुण्य जिसका कभी नष्ट नहीं होता है।

अक्षय तृतीया तिथि

तृतीया तिथि आरंभ: 29 अप्रैल, सायं  05: 31 मिनट पर
तृतीया तिथि समाप्त: 30 अप्रैल,दोपहर 02:31 मिनट पर

अक्षय तृतीया पर ‘महासंयोग’

पंचांग के अनुसार अबकी बार अक्षय तृतीया सर्वार्थ सिद्धि योग में मनाई जाएगी। ज्योतिष में सर्वार्थ सिद्धि योग का सीधा संबंध मां लक्ष्मी से बताया गया है। इस शुभ योग में पूजा करने से मां लक्ष्मी आपकी हर इच्छा पूरी करती हैं, साथ ही इस योग में स्वर्ण आभूषण की खरीद करने से उसमें अक्षय वृद्धि होती है। इस दिन किया गया जप, तप, ज्ञान, स्नान, दान, होम आदि अक्षय रहते हैं, इसी कारण इसे अक्षय तृतीया कहा जाता है।