चिराग पासवान का बड़ा बयान – मांस की दुकान बंद करने और नमाज पर रोक फालतू बहस
- Post By Admin on Mar 31 2025

नई दिल्ली : केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता चिराग पासवान ने नवरात्रि में मांस की दुकानों को बंद करने और सार्वजनिक स्थानों पर नमाज अदा करने के मुद्दे पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने इस तरह की चर्चाओं को फिजूल बताते हुए कहा कि यह सब राजनीतिक रोटियां सेंकने के लिए किया जा रहा है।
बेकार की बहसों में नहीं उलझना चाहिए
चिराग पासवान ने एनडीए के भीतर उठ रहे इन मुद्दों पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि दशकों से भारत में सभी धर्मों के लोग मिल-जुलकर रहते आए हैं। उन्होंने कहा, "यह फालतू की बहस है कि कौन कहां नमाज पढ़ेगा और नवरात्रि में मांस की दुकानें खुली रहेंगी या नहीं। यह भारत का पुराना इतिहास रहा है कि सभी धर्मों के लोग भाईचारे के साथ रहते आए हैं। इन बातों में उलझने की जरूरत नहीं है।"
राजनीति को धर्म से दूर रखा जाए
चिराग पासवान ने यह भी कहा कि देश में कई अहम मुद्दे हैं जिन पर चर्चा की जानी चाहिए, लेकिन धर्म और व्यक्तिगत आस्था को राजनीति से दूर रखना जरूरी है। उन्होंने कहा, "जिस दिन धार्मिक संगठन राजनीति का संरक्षण लेना बंद कर देंगे और राजनीतिक दल धर्म के मामलों में हस्तक्षेप करना छोड़ देंगे, उस दिन 90% समस्याएं खत्म हो जाएंगी।"
राजनीतिक फायदे के लिए समाज को न बांटें
चिराग ने यह भी कहा कि समस्या तब उत्पन्न होती है जब राजनीतिक सोच के साथ इन विवादों को जन्म दिया जाता है। उन्होंने साफ कहा कि "लोग अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने के लिए समाज में बंटवारा करने का प्रयास कर रहे हैं, जो कतई उचित नहीं है।"
उनके इस बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है। बीजेपी के कई नेता नवरात्रि के दौरान मांस की दुकानों को बंद करने की मांग कर रहे हैं, जबकि कुछ अन्य दलों ने सार्वजनिक स्थानों पर नमाज अदा करने पर भी आपत्ति जताई है। ऐसे में चिराग पासवान का यह बयान गठबंधन में एक नया विमर्श खड़ा कर सकता है।