लालू के इशारे पर अरविंद केजरीवाल करेंगे बिहार में प्रशांत किशोर का प्लान फ्लॉप
- Post By Admin on Sep 13 2024
नई दिल्ली : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गई। न्यायमूर्ति सूर्यकांत और न्यायमूर्ति उज्ज्वल भुइयां की पीठ ने केजरीवाल को 10 लाख रुपये के मुचलके और दो जमानत राशियों पर जमानत दी। अदालत ने केजरीवाल को मामले के संबंध में सार्वजनिक टिप्पणी करने से भी रोका है।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि अपीलकर्ता की गिरफ्तारी अवैध नहीं थी और जांच के उद्देश्य से किसी ऐसे व्यक्ति को गिरफ्तार करने में कोई बाधा नहीं है, जो पहले से ही किसी अन्य मामले में हिरासत में हो। केजरीवाल की जेल से रिहाई के बाद राजनीतिक हलकों में कई चर्चाएं शुरू हो गई हैं।
राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि केजरीवाल आगामी विधानसभा चुनावों में इंडिया गठबंधन के लिए एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। अगले साल के विधानसभा चुनाव से पहले केजरीवाल तेजस्वी यादव और इंडिया गठबंधन को फायदा पहुंचा सकते हैं।
इस बीच, बिहार में प्रशांत किशोर की राजनीति में नई एंट्री हो गई है। किशोर का प्रचार मुख्यतः तेजस्वी यादव और उनके परिवार पर केंद्रित है। तेजस्वी यादव भी किशोर को चुनौती मानते हुए बिहार यात्रा पर हैं और किसी भी स्थिति में पीछे नहीं रहना चाहते।
प्रशांत किशोर की जन सभाओं में 40 मुस्लिम प्रत्याशी बनाने और बिहार में युवाओं को रोजगार देने की बात स्पष्ट रूप से आरजेडी के समर्थन में की जा रही है। इसके विपरीत, तेजस्वी यादव की 10 लाख नौकरी की पेशकश से युवा वोटर उनके साथ जुड़े हुए हैं।
राजनीति के जानकार मानते हैं कि किशोर के राजनीति में कदम रखने के तरीके में अरविंद केजरीवाल की रणनीति की झलक है। अगर केजरीवाल बिहार में इंडिया गठबंधन के लिए प्रचार करते हैं, तो यह प्रशांत किशोर के मंसूबों को झटका दे सकता है।
हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी की जीत में अरविंद केजरीवाल की भूमिका को भी स्वीकारा गया है। केजरीवाल की देशभर में फैन फॉलोइंग है, खासकर उत्तर प्रदेश और बिहार में। यदि केजरीवाल बिहार में सक्रिय रूप से प्रचार करते हैं, तो इससे तेजस्वी यादव को सीधा लाभ हो सकता है।