डॉक्टर्स डे पर डॉ. सिंह ने देशभर के चिकित्सकों को दी शुभकामनाएं, कहा— डॉक्टर जाति-धर्म नहीं, सिर्फ सेवा देखते हैं
- Post By Admin on Jul 01 2025

बेंगलुरु : डॉक्टर्स डे के अवसर पर बेंगलुरु स्थित होमियोपैथिक फिजिशियन डॉ. अरुण कुमार सिंह (क्रॉनिक डिजीज एंड किडनी स्टोन स्पेशलिस्ट) ने देशभर के चिकित्सकों को बधाई देते हुए उनके सेवाभाव को नमन किया है। उन्होंने कहा कि एक डॉक्टर केवल दवाएं नहीं देता, बल्कि अपने मरीज की चिंता, देखभाल और उम्मीदों को भी संजोकर रखता है।
डॉ. सिंह ने कहा, “जब हम अपनी सारी उम्मीदें खो देते हैं, तब हमें नया जीवन देने की जादुई शक्ति डॉक्टर के पास होती है। एक सच्चा डॉक्टर कभी जाति या धर्म नहीं देखता, उसके लिए हर मरीज समान होता है।” उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि महान डॉक्टर वही हैं जो मरीज की सेवा ईमानदारी और समर्पण के साथ करते हैं, चाहे दिन हो या रात।
डॉक्टरों को समाज में सम्मान दिए जाने की अपील करते हुए उन्होंने कहा कि मरीजों और उनके परिजनों को भी डॉक्टरों से आदरपूर्ण व्यवहार करना चाहिए, क्योंकि वे हर क्षण मरीज की भलाई के लिए प्रयासरत रहते हैं। “डॉक्टर की ख्याति उसके ज्ञान से नहीं, उसकी ईमानदारी और सेवाभाव से बनती है,” डॉ. सिंह ने कहा।
उन्होंने डॉक्टरों के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा, “संसार के किसी भी कोने में जब कोई व्यक्ति बीमार होता है, तो डॉक्टर उसके लिए आशा की किरण बनकर सामने आता है। यही कारण है कि हर वर्ष 1 जुलाई को राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस मनाया जाता है, ताकि डॉक्टरों की निस्वार्थ सेवा को सम्मान दिया जा सके।”
डॉ. सिंह ने डॉक्टर्स डे के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए बताया कि यह दिन भारत के महान चिकित्सक एवं पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. बिधान चंद्र रॉय की स्मृति में 1991 से मनाया जा रहा है। डॉ. बीसी रॉय को 1961 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया था।
डॉ. सिंह ने देशवासियों को डॉक्टर्स डे की शुभकामनाएं दीं और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने का संदेश दिया। उन्होंने कहा, “धन चला गया, कुछ नहीं गया… लेकिन स्वास्थ्य चला गया, तो सब कुछ चला गया।”
उन्होंने सभी को योग, संतुलित आहार और नियमित जीवनशैली के महत्व को समझने की सलाह दी, ताकि समाज में रोगमुक्त भारत की कल्पना को साकार किया जा सके।