नकल में माहिर, बातों में उस्ताद : ये 5 पक्षी कर देंगे आपको हैरान
- Post By Admin on Jun 25 2025

नई दिल्ली : क्या आप जानते हैं कि कुछ पक्षी इतने समझदार होते हैं कि वे इंसानों की तरह न सिर्फ बोल सकते हैं, बल्कि बातचीत में भी भाग ले सकते हैं? जी हां, पक्षियों की दुनिया में कुछ खास प्रजातियां ऐसी हैं जो इंसानी भाषा के शब्दों को याद कर सकती हैं और उन्हें दोहराने में माहिर होती हैं। ये पक्षी केवल मनोरंजन का साधन नहीं, बल्कि एक सच्चे दोस्त की तरह आपके साथ जुड़ाव बना सकते हैं।
जानिए ऐसे ही 5 हैरतअंगेज पक्षियों के बारे में, जो इंसानी संवाद को समझते और दोहराते हैं:
अफ्रीकी ग्रे तोता (African Grey Parrot)
बोलने वाले पक्षियों की दुनिया में यह सबसे बुद्धिमान और चर्चित नाम है। अफ्रीकी ग्रे तोता 1000 से अधिक शब्दों को पहचान सकता है और इंसान की आवाज की हूबहू नकल कर सकता है। यह भावनाएं भी समझने की क्षमता रखता है और सवालों का जवाब भी दे सकता है।
हीरामन तोता (Indian Ringneck Parakeet)
भारतीय घरों में अक्सर पाला जाने वाला यह तोता तेज़ सीखने वाला होता है। अपने मालिक से गहरा रिश्ता बनाकर यह "राम राम", "कैसे हो?" जैसे वाक्य भी आसानी से बोल सकता है। इसकी मधुर आवाज और रंग-बिरंगी छटा इसे और भी खास बनाती है।
बडगैर (Budgerigar)
छोटा कद लेकिन तेज दिमाग! बडगैर तोते आमतौर पर ऑस्ट्रेलिया में पाए जाते हैं और 300 से अधिक शब्दों को दोहरा सकते हैं। ये पक्षी स्वभाव से बहुत सामाजिक होते हैं और बार-बार सुनाई देने वाले शब्दों को तुरंत पकड़ लेते हैं।
मैना (Hill Myna)
भारत और दक्षिण एशिया में पाई जाने वाली मैना को ‘बोलने की रानी’ कहा जा सकता है। यह न केवल शब्द बोलती है, बल्कि आवाज की टोन और लय भी हूबहू इंसानों जैसी होती है। यह पालतू पक्षियों में संवाद के मामले में सबसे अधिक परिपक्व मानी जाती है।
काकातुआ (Cockatoo)
काकातुआ एक आकर्षक और रंगीन पक्षी है जो अपने मालिक की आवाज की नकल कर सकता है। इसकी याददाश्त और उच्चारण की क्षमता चौंकाने वाली होती है। यह पक्षी इंसानों की तरह हावभाव भी अपनाता है, जिससे इसकी संवाद शैली और भी रोचक लगती है।
यदि आप एक ऐसा पालतू साथी चाहते हैं जो आपके अकेलेपन को शब्दों से भर दे, तो ये पक्षी आपके लिए एकदम सही विकल्प हो सकते हैं। लेकिन ध्यान रखें, इन पक्षियों को सिखाने और समझाने के लिए धैर्य, समय और प्यार की ज़रूरत होती है।
इन चिड़ियों की बातूनी दुनिया से जुड़ना वाकई एक अलग अनुभव है – जहां पंखों से उड़ान ही नहीं, शब्दों से संवाद भी होता है।