अब सिर्फ 5% ब्याज पर मिलेगा 3 लाख तक का लोन, जानिए पीएम मोदी के इस योजना के बारे में
- Post By Admin on Mar 03 2025

नई दिल्ली : केंद्र सरकार ने गरीब और मेहनती कारीगरों और शिल्पकारों के लिए एक नई योजना “प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना” (PM Vishwakarma Yojana) शुरू की है, जिसका उद्देश्य भारत के पारंपरिक कारीगरों को आत्मनिर्भर बनाना और उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार करना है। इस योजना के तहत, कारीगरों को सस्ते ब्याज पर लोन मिलने के साथ-साथ कई अन्य सहायक सुविधाएं भी प्रदान की जा रही हैं।
पीएम विश्वकर्मा योजना का उद्देश्य
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का मुख्य उद्देश्य भारत के उन कारीगरों और शिल्पकारों का उत्थान करना है, जो अपने हाथों और औजारों से कठिन मेहनत करके अपनी आजीविका कमाते हैं। इस योजना के तहत, सरकार इन कारीगरों को सस्ती ब्याज दर पर लोन, स्किल अपग्रेडेशन और अन्य प्रशिक्षण की सुविधाएं प्रदान करेगी, ताकि वे अपने काम को और बेहतर तरीके से कर सकें और आत्मनिर्भर बन सकें।
5% ब्याज पर मिलेगा 3 लाख रुपये तक का लोन
इस योजना के तहत कारीगरों को 3 लाख रुपये तक का लोन दिया जाएगा, जो 5% की रियायती ब्याज दर पर उपलब्ध होगा। लोन को दो किस्तों में बांटा जाएगा। पहली किस्त के तौर पर 1 लाख रुपये और दूसरी किस्त में 2 लाख रुपये तक का लोन मिलेगा। इस लोन पर भारत सरकार 8% तक ब्याज अनुदान प्रदान करेगी, जिससे ब्याज की दर कारीगरों के लिए बेहद सस्ती बन जाएगी।
पीएम विश्वकर्मा योजना के लाभ
• लोन की सुविधा : 5% ब्याज दर पर 3 लाख रुपये तक का लोन मिलेगा, जो कि गिरवी-मुक्त होगा।
• टूलकिट प्रोत्साहन : कारीगरों को 15,000 रुपये का टूलकिट प्रोत्साहन दिया जाएगा।
• स्किल अपग्रेडेशन : कारीगरों को इंफ्रास्ट्रक्चर और अपग्रेडेड ट्रेनिंग की सुविधा मिलेगी।
• डिजिटल ट्रांजैक्शन और विपणन सहायता : कारीगरों को डिजिटल ट्रांजैक्शन और विपणन में सहायता दी जाएगी।
योजना के लिए कौन आवेदन कर सकता है?
यह योजना विशेष रूप से एमएसएमई क्षेत्र के कारीगरों और शिल्पकारों के लिए है, जिनमें विभिन्न प्रकार के पारंपरिक कारीगर शामिल हैं। इसमें शामिल कारीगरों में बढ़ई, नाव निर्माता, लोहार, मूर्तिकार, कुम्हार, मोची, राजमिस्त्री, धोबी, दर्जी, मछली पकड़ने का जाल निर्माण करने वाले और अन्य पारंपरिक कारीगर शामिल हैं। इसके अलावा, योजना में स्कूल छोड़ने वालों से लेकर एम.टेक डिग्री धारकों तक को शामिल किया गया है।
पीएम विश्वकर्मा योजना से कौन लाभान्वित होगा?
इस योजना का लाभ वे कारीगर उठा सकते हैं, जो विभिन्न पारंपरिक शिल्पों और हस्तशिल्पों में काम कर रहे हैं। जैसे:
• बढ़ई
• नाव निर्माता
• लोहार
• मूर्तिकार
• कुम्हार
• मोची
• टोकरी/झाड़ू बनाने वाले कारीगर
• धोबी, दर्जी और अन्य पारंपरिक शिल्पकार
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के माध्यम से सरकार इन कारीगरों को न केवल वित्तीय मदद प्रदान कर रही है, बल्कि उन्हें आधुनिक उपकरणों और प्रशिक्षण से लैस करने का भी प्रयास कर रही है, जिससे वे अपने कौशल में सुधार कर सकें और बेहतर आजीविका कमा सकें।