नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़, 15 की मौत, कई घायल
- Post By Admin on Feb 15 2025

नई दिल्ली: रेलवे स्टेशन पर शनिवार देर शाम भगदड़ मचने से 15 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि कई अन्य घायल हो गए। मिली जानकारी के मुताबिक यह घटना प्लेटफॉर्म नंबर 14 और 15 पर हुई, जहां प्रयागराज महाकुंभ जाने के लिए उमड़ी भीड़ के कारण स्थिति बेकाबू हो गई।
कैसे हुई घटना?
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, स्टेशन पर भारी भीड़ पहले से मौजूद थी। प्रयागराज जाने के लिए स्पेशल ट्रेनों के संचालन में देरी के कारण यात्रियों की संख्या बढ़ती गई। जैसे ही ट्रेन आने की घोषणा हुई, यात्रियों में धक्का-मुक्की शुरू हो गई, जिसके बाद भगदड़ मच गई। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंच गई और राहत-बचाव कार्य शुरू किया गया।
स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए रेलवे की कोशिशें
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस घटना पर दुख जताते हुए कहा कि स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए चार अतिरिक्त विशेष ट्रेनों का संचालन शुरू किया गया है। उन्होंने बताया कि रेलवे सुरक्षा बल (RPF) और दिल्ली पुलिस मौके पर मौजूद हैं और यात्रियों को सुरक्षित प्लेटफॉर्म से बाहर निकालने की व्यवस्था की जा रही है।
प्रधानमंत्री मोदी ने जताया दुख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना पर गहरी संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा—"नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ से व्यथित हूं। मेरी संवेदनाएं उन सभी के साथ हैं, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है। मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल शीघ्र स्वस्थ हों। अधिकारी राहत कार्य में जुटे हुए हैं।"
प्रयागराज महाकुंभ और बढ़ती भीड़
गौरतलब है कि प्रयागराज में 13 जनवरी से महाकुंभ शुरू हुआ है, जो 26 फरवरी तक चलेगा। श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए रेलवे रोजाना 300 से अधिक ट्रेनों का संचालन कर रहा है, फिर भी यात्रियों की भीड़ नियंत्रित नहीं हो पा रही है । यात्रियों की बढ़ती संख्या और ट्रेनों की लेट लतीफी के कारण यह त्रासदी सामने आई, जिससे कई परिवारों को अपूरणीय क्षति हुई। रेलवे प्रशासन ने यात्रियों से धैर्य बनाए रखने और सुरक्षा निर्देशों का पालन करने की अपील की है।
जांच के आदेश जारी
रेल मंत्रालय ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं। रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों की एक विशेष टीम को इस भगदड़ के कारणों का पता लगाने और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के उपाय सुझाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। यह घटना एक बार फिर भीड़ प्रबंधन और रेलवे व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रही है। क्या रेलवे इस भीड़ को पहले से भांप नहीं सका? यदि विशेष इंतजाम पहले किए जाते, तो शायद इतनी बड़ी जनहानि न होती। अब देखना यह है कि रेलवे और प्रशासन इस घटना से क्या सबक लेता है और आगे क्या कदम उठाए जाते हैं।
बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने इस घटना पर संवेदना जाहिर की है उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर लिखा "नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर अव्यवस्था एवं भगदड़ के कारण हुई असामयिक मौतों से मन व्यथित है। इतने सरकारी संसाधनों के बावजूद भगदड़ में श्रद्धालुओं की जाने जा रही है तथा डबल इंजन सरकार इन दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं की लीपापोती कर PR करने में व्यस्त है। आमजनों व श्रद्धालुओं की बजाय सरकार का ध्यान मीडिया प्रबंधन, VIP लोगों की सुविधा और उनकी व्यवस्था तक ही सीमित है।दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं। ईश्वर से दिवंगत पुण्यात्मों को शांति प्रदान करने तथा घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की प्रार्थना करता हूं। ॐ शांति ॐ"
वहीं आम आदमी पार्टी की ओर से भी बीजेपी सरकार के प्रबंधन को लेकर निशाना साधा गया है । आम आदमी पार्टी की ओर से कहा गया है कि "जब केंद्र सरकार को पता था कि कुंभ के दौरान नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की भारी भीड़ उमड़ रही है तो इससे निपटने के लिए पर्याप्त व्यवस्था क्यों नहीं की गई? लेकिन अफ़सोस की बात है कि एक बार फिर केंद्र सरकार की बदइंतज़ामी से मासूम बच्चों समेत 15 बेगुनाहों को अपनी जान गंवानी पड़ी। आम आदमी पार्टी की मृतक लोगों के परिवार के प्रति संवेदना है, ईश्वर उन्हें इस दुख की घड़ी में हिम्मत दे।"