16 साल बाद मई में मानसून की दस्तक, 24 घंटे में केरल पहुंचने की संभावना
- Post By Admin on May 24 2025
 
                    
                    नई दिल्ली : देशभर में भीषण गर्मी से जूझ रहे लोगों के लिए राहत की बड़ी खबर सामने आई है। मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मानसून इस बार तय समय से करीब एक हफ्ता पहले ही दस्तक देने जा रहा है। अगले 24 घंटों के भीतर यह केरल तट से टकराएगा। यह 16 वर्षों में पहली बार होगा जब मानसून मई में ही पहुंच रहा है—पिछली बार ऐसा 2009 और 2001 में देखा गया था।
केरल में मानसून की औसत शुरुआत 1 जून मानी जाती है, लेकिन इस बार 27 मई से पहले ही इसके पहुंचने के संकेत मिल रहे हैं। बीते दो दिनों से केरल में हो रही भारी बारिश मानसूनी गतिविधियों की पुष्टि करती है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, अरब सागर में बन रहा कम दबाव का क्षेत्र और अन्य अनुकूल मौसमी परिस्थितियां मानसून के जल्दी प्रवेश को समर्थन दे रही हैं।
भारत में कुल वार्षिक वर्षा का 70% हिस्सा मानसून के चार महीनों—जून से सितंबर—में होता है। ऐसे में इसकी जल्दी शुरुआत से देश के किसानों को खरीफ फसलों की बुवाई में समय से मदद मिलेगी। धान, मक्का, सोयाबीन, कपास और तिलहन जैसी प्रमुख फसलों की अच्छी पैदावार की उम्मीद है। इस वर्ष IMD ने सामान्य से अधिक वर्षा का पूर्वानुमान भी जताया है।
मौसम विभाग ने संकेत दिए हैं कि आने वाले दिनों में मानसून तेजी से दक्षिण और मध्य अरब सागर, मालदीव, लक्षद्वीप, कर्नाटक, तमिलनाडु, बंगाल की खाड़ी और पूर्वोत्तर भारत तक फैल सकता है। पूर्वी-मध्य अरब सागर में बन रही लो प्रेशर वेदर सिस्टम के चलते महाराष्ट्र, गोवा और कर्नाटक में भी बारिश और तेज हवाओं की संभावना जताई गई है।
देश के अधिकांश हिस्सों में इस समय तापमान 40 डिग्री के पार है। ऐसे में मानसून की समय से पहले एंट्री लोगों को गर्मी से बड़ी राहत देने वाली साबित हो सकती है। अनुमान है कि उत्तर भारत में मानसून 25 से 30 जून और पश्चिम भारत में 15 से 20 जून के बीच पहुंचेगा।