देश के कई राज्यों में बाढ़ से बिगड़े हालात, केंद्रीय जल आयोग ने जारी किया अलर्ट

  • Post By Admin on Aug 06 2025
देश के कई राज्यों में बाढ़ से बिगड़े हालात, केंद्रीय जल आयोग ने जारी किया अलर्ट

नई दिल्ली : देश के उत्तर और पूर्वी हिस्सों में बाढ़ की स्थिति गंभीर होती जा रही है। केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) ने मंगलवार सुबह जारी बुलेटिन में बताया कि असम, बिहार, उत्तराखंड, झारखंड, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और पश्चिम बंगाल समेत कई राज्यों में नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं, जिससे जनजीवन पर गंभीर खतरा मंडरा रहा है।

असम में नदियों का उफान, कई इलाकों में अलर्ट
असम के हैलाकांडी जिले में धलेश्वरी नदी खतरे के निशान से 1.69 मीटर ऊपर बह रही है, वहीं कटखल और बुरिदेहिंग नदियों का भी जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। प्रशासन ने तटीय इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया है।

बिहार में गंगा और सहायक नदियों का रौद्र रूप
बक्सर से लेकर भागलपुर और खगड़िया तक गंगा नदी कई स्थानों पर खतरे के निशान को पार कर चुकी है। दीघा, गांधीघाट, हथिदह, और दानापुर जैसे इलाकों में गंगा उफान पर है। कोसी, बूढ़ी गंडक, बागमती और पुनपुन जैसी नदियां भी बाढ़ का खतरा बढ़ा रही हैं।

उत्तराखंड और झारखंड में भी चिंताजनक हालात
रुद्रप्रयाग में अलकनंदा और मंदाकिनी नदियों का जलस्तर रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच चुका है। टिहरी गढ़वाल, हरिद्वार और गौरीकुंड जैसे इलाकों में भी नदी तटीय क्षेत्रों को खाली कराने के निर्देश जारी हुए हैं। झारखंड के साहेबगंज में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से 0.49 मीटर ऊपर है।

उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और बंगाल भी प्रभावित
वाराणसी, बदायूं और मुर्शिदाबाद जैसे इलाकों में गंगा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। मध्य प्रदेश के दतिया में सिंध नदी भी उफान पर है। पश्चिम बंगाल के फरक्का में गंगा 0.79 मीटर ऊपर दर्ज की गई है।

जल आयोग की चेतावनी, प्रशासन सतर्क
सीडब्ल्यूसी ने सभी संबंधित राज्य सरकारों और जिला प्रशासन को तत्काल राहत व बचाव कार्य तेज करने के निर्देश दिए हैं। नदी किनारे बसे लोगों से अपील की गई है कि वे सुरक्षित स्थानों पर शरण लें और प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें।

जलवायु परिवर्तन के चलते हर साल भारी बारिश और नदियों के उफान की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। ऐसे में आने वाले दिनों में स्थिति और गंभीर हो सकती है।