उत्तर भारत में ठंड का दौर जारी, सर्द हवाओं से बढ़ेगी गलन
- Post By Admin on Jan 21 2025

नई दिल्ली : उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड, कोहरे और शीतलहर ने बीते दिनों आम जनजीवन को प्रभावित किया। हालांकि, अब मौसम का मिजाज कुछ बदलता नजर आ रहा है। रविवार को दिल्ली-एनसीआर में खिली धूप ने लोगों को राहत दी और तापमान 26 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। लेकिन यह राहत ज्यादा दिनों तक नहीं टिकेगी।
दिल्ली में बढ़ा तापमान, लेकिन ठंड का खतरा बरकरार
रविवार को दिल्ली में पांच साल बाद जनवरी में अधिकतम तापमान 26.1 डिग्री दर्ज किया गया, जो सामान्य से 6.5 डिग्री अधिक है। इससे पहले 21 जनवरी 2019 को राजधानी का तापमान 28.7 डिग्री दर्ज किया गया था। हालांकि, मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि यह राहत अस्थायी है। 22 और 23 जनवरी को पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के कारण दिल्ली-एनसीआर में बारिश और ठंडी हवाओं का असर देखा जाएगा। इससे ठंड फिर बढ़ सकती है।
उत्तर प्रदेश और राजस्थान में बारिश का अनुमान
दिल्ली के साथ-साथ उत्तर प्रदेश और राजस्थान के कई इलाकों में भी बारिश का अनुमान है। मौसम विभाग ने 21-22 जनवरी को पश्चिमी विक्षोभ के चलते हल्की बारिश की संभावना जताई है। उत्तर-पश्चिम और उत्तर-पूर्व राजस्थान में बारिश के साथ ठंडी हवाओं के चलने से तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी।
दक्षिण भारत में बारिश से बदला मौसम
बेंगलुरु और कर्नाटक के अन्य हिस्सों में अचानक मौसम ने करवट ली है। रविवार सुबह बेंगलुरु में हुई अप्रत्याशित बारिश ने लोगों को हैरान कर दिया। बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवात के कारण दक्षिण कर्नाटक और मलनाड क्षेत्रों में अगले 48 घंटों तक बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। कर्नाटक प्राकृतिक आपदा प्रबंधन केंद्र ने राज्य में मध्यम से घने कोहरे और हल्की बारिश की संभावना जताई है।
कश्मीर में बर्फबारी का अलर्ट
कश्मीर में ठंड से मामूली राहत के बाद अब फिर से बर्फबारी और बारिश का अनुमान है। मौसम विभाग के अनुसार, घाटी के कई हिस्सों में 24 जनवरी तक बर्फबारी हो सकती है। श्रीनगर में न्यूनतम तापमान शून्य से 1 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया है। अगले 36 घंटों में हल्की से मध्यम बर्फबारी का पूर्वानुमान है, जिससे ठंड और बढ़ने की संभावना है।
मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विभाग का कहना है कि उत्तर भारत में ठंड और बारिश का असर अभी जारी रहेगा। पश्चिमी विक्षोभ के चलते ठंडी हवाएं और बारिश लोगों की मुश्किलें बढ़ा सकती हैं। वहीं, दक्षिण भारत में चक्रवात के कारण बारिश के साथ ठंड का असर बढ़ेगा।