आज ही के दिन बिगड़े थे राजनितिक समीकरण नेहरू-गाँधी परिवार के

  • Post By Admin on Jun 23 2018
आज ही के दिन बिगड़े थे राजनितिक समीकरण नेहरू-गाँधी परिवार के

ठीक आज से 38 साल पहले संजय गाँधी की मौत हो गयी थी। उनकी मौत ने भारतीय राजनीति के सारे समीकरण बदल कर रख दिए थे। उनकी मौत इतिहास की एक ऐसी घटना है जिसने गाँधी परिवार के सियासत का रुख बदल दिया। संजय गाँधी इंदिरा गाँधी के उत्तराधिकारी के तौर पर देखे जाते थे। उन्हें राजनीति की वाक़ई गहरी समझ थी, लेकिन अधिकारिक रूप से किसी पद भी पर पर उनकी नियुक्ती नहीं की गयी थी, फिर भी संजय गांधी कैबिनेट मिनिस्टर, उच्च लेवल के सरकारी अफसरों और पुलिस ऑफिसर पर अपना प्रभाव डालने में सक्षम थे। 

जबकि दूसरे कैबिनेट मिनिस्टर और अधिकारी इसका विरोध कर रहे थे, क्योकि उनके अनुसार संजय गांधी, इंदिरा गांधी के उत्तराधिकारी के रूप में रौब जमा रहे थे।

एक प्रसिद्ध उदारहरण के अनुसार, संजय जब सुचना विभाग की गतिविधियों को नियंत्रित कर रहे थे और सुचना एवं प्रसारण विभाग के प्रमुख इंद्र कुमार गुजराल को आदेश दे रहे थे, तब गुजराल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। कहा जाता है की गुजराल ने संजय के आदेशो को मानने से इंकार कर दिया था और इसीलिए उन्हें इस्तीफा देने पर मजबूर किया गया। इसके बाद संजय गांधी के करीबी विद्या चरण शुक्ला को उस पद पर नियुक्त किया गया। एक और घटना के अनुसार, जब भारतीय युवा कांग्रेस के एक कार्यक्रम में बॉलीवुड के प्रसिद्ध गायक किशोर कुमार ने गाना गाने से मना कर दिया तो गांधी के आदेश पर ही उनके गानों को ऑल इंडिया रेडियो से बैन कर दिया गया।