दुनिया का तीसरा सबसे खराब शेयर बाजार बना ये देश, डेंजर जोन में आया निफ्टी

  • Post By Admin on Feb 25 2025
दुनिया का तीसरा सबसे खराब शेयर बाजार बना ये देश, डेंजर जोन में आया निफ्टी

नई दिल्ली : 2025 के पहले महीने में भारतीय शेयर बाजार कमजोर नजर आ रहा है, खासकर Nifty 50 इंडेक्स, जो अब तक 6% गिर चुका है। इस गिरावट के कारण भारतीय शेयर बाजार एशिया में तीसरा सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले बाजार के रूप में उभरा है। विदेशी निवेशकों की बिकवाली, अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में वृद्धि और रुपये की कमजोरी जैसे कारकों ने भारतीय बाजार पर दबाव बढ़ाया है।

निफ्टी 50 का प्रदर्शन और विदेशी निवेशकों की बिकवाली

Nifty 50, जो भारत की शीर्ष 50 कंपनियों का प्रतिनिधित्व करता है, इस समय अमेरिकी डॉलर के संदर्भ में 6% तक गिर चुका है। एशियाई बाजारों में यह तीसरा सबसे खराब प्रदर्शन रहा है, जबकि थाईलैंड और फिलीपींस के बेंचमार्क इंडेक्स में इससे ज्यादा गिरावट दर्ज की गई है। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPIs) ने अक्टूबर 2024 से भारतीय शेयरों की बिकवाली शुरू की थी और अब तक $24 बिलियन की बिकवाली हो चुकी है।

महंगे वैल्यूएशन और अमेरिकी बॉन्ड यील्ड का प्रभाव

ब्लूमबर्ग के आंकड़ों के अनुसार, Nifty 50 का प्राइस-टू-अर्निंग (P/E) अनुपात 18.7 गुना है, जो चीनी और दक्षिण कोरियाई शेयर बाजारों से काफी ज्यादा है। अमेरिकी ट्रेजरी यील्ड 4.4% पर बनी हुई है और भारतीय रुपया भी अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 3.2% गिर चुका है। इन सभी कारणों से विदेशी निवेशकों का भरोसा भारतीय शेयर बाजार में घट रहा है, जिससे और गिरावट की संभावना बनी हुई है।

भारतीय बाजार में निवेशकों की घटती रुचि

Bank of America के एक सर्वेक्षण से यह भी संकेत मिला है कि भारतीय शेयरों को लेकर फंड मैनेजरों का दृष्टिकोण अब नकारात्मक हो गया है। जनवरी में 10% फंड मैनेजर भारतीय शेयरों को कम महत्व दे रहे थे, जबकि अब यह संख्या बढ़कर 19% हो गई है।

दूसरे एशियाई बाजारों का प्रदर्शन

वहीं, हांगकांग और दक्षिण कोरिया के बाजारों में सकारात्मक रुझान देखने को मिला है। हांगकांग का हैंगसेंग इंडेक्स 16.4% की बढ़त के साथ एशिया में सबसे अच्छा प्रदर्शन कर रहा है, जबकि दक्षिण कोरिया का कोस्पी इंडेक्स भी 14% बढ़ा है।

2025 की शुरुआत भारतीय शेयर बाजार के लिए चुनौतीपूर्ण रही है और विदेशी निवेशकों की घटती रुचि और बढ़ते आर्थिक दबाव के बीच निफ्टी 50 में और गिरावट की संभावना बनी हुई है।