अदाणी ग्रुप का बड़ा ऐलान : वियतनाम में करेगा 10 अरब डॉलर का रणनीतिक निवेश

  • Post By Admin on Aug 04 2025
अदाणी ग्रुप का बड़ा ऐलान : वियतनाम में करेगा 10 अरब डॉलर का रणनीतिक निवेश

नई दिल्ली : भारत के प्रमुख औद्योगिक समूह अदाणी ग्रुप ने वियतनाम में 10 अरब डॉलर तक के दीर्घकालिक निवेश की योजना का ऐलान किया है। यह जानकारी वियतनाम की प्रतिष्ठित मीडिया संस्था तुओई ट्रे न्यूज की रिपोर्ट में दी गई है।

समाचार के अनुसार, अदाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदाणी ने हाल ही में वियतनाम यात्रा के दौरान देश की कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव टो लाम से मुलाकात कर समूह की निवेश योजना साझा की। उन्होंने वियतनाम की सामाजिक-आर्थिक प्रगति की प्रशंसा करते हुए देश के विजन और विकास रणनीति को "प्रेरणादायक" बताया।

अदाणी की रणनीति: वियतनाम में बनाएंगे वैश्विक उपस्थिति
गौतम अदाणी ने स्पष्ट किया कि उनका समूह बंदरगाह, हवाई अड्डा, परिवहन, रसद, ऊर्जा और डिजिटल टेक्नोलॉजी जैसे क्षेत्रों में निवेश का व्यापक अनुभव रखता है। उन्होंने बताया कि भारत का सबसे बड़ा बंदरगाह 'मुंद्रा पोर्ट' भी अदाणी ग्रुप द्वारा संचालित है और समूह देश का सबसे बड़ा निजी ऊर्जा प्रदाता भी है।

उन्होंने वियतनाम में इन्फ्रास्ट्रक्चर, एनर्जी, रिन्यूएबल एनर्जी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डिजिटल ट्रांजिशन जैसे उभरते क्षेत्रों में निवेश करने की योजना जाहिर की और कहा कि यह निवेश वियतनाम की प्राथमिकताओं के अनुरूप होगा।

वियतनामी नेतृत्व की प्रतिक्रिया
महासचिव टो लाम ने भारत की आर्थिक प्रगति में अदाणी ग्रुप की भूमिका की सराहना की और वियतनाम में उसके निवेश दृष्टिकोण को "दीर्घकालिक सहयोग की दिशा में महत्वपूर्ण कदम" बताया। उन्होंने अदाणी ग्रुप को संबंधित मंत्रालयों और स्थानीय अधिकारियों से समन्वय करने और प्रस्तावित परियोजनाओं को तेजी से आगे बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया।

टो लाम ने कहा कि वियतनाम विज्ञान, तकनीक, नवाचार और डिजिटल परिवर्तन को प्राथमिकता दे रहा है और रणनीतिक वैश्विक साझेदारों के साथ विकास की गति को तेज करना चाहता है। उन्होंने अदाणी ग्रुप को भरोसा दिलाया कि वियतनाम अपने राष्ट्रीय विकास लक्ष्यों में निजी और विदेशी निवेशकों को हरसंभव सहयोग देने के लिए प्रतिबद्ध है।

अदाणी ग्रुप का यह ऐलान भारत-वियतनाम आर्थिक सहयोग को नई ऊंचाई देने वाला कदम माना जा रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस निवेश से न केवल वियतनाम के बुनियादी ढांचे और टेक्नोलॉजी सेक्टर को मजबूती मिलेगी, बल्कि भारत की वैश्विक आर्थिक पहुंच भी और मजबूत होगी।