भारत में मैन्युफैक्चरिंग को बड़ा बूस्ट : जेबिल करेगी 2,000 करोड़ से अधिक का निवेश, साणंद प्लांट तैयार
- Post By Admin on Jul 27 2025
 
                    
                    नई दिल्ली : भारत के मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को एक और बड़ा विदेशी निवेश मिलने जा रहा है। केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जानकारी दी है कि ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग कंपनी जेबिल गुजरात के साणंद में 2,000 करोड़ रुपए से अधिक का निवेश कर रही है। उनका सिलिकॉन फोटोनिक्स और इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण प्लांट लगभग बनकर तैयार है।
जेबिल का मेगा प्लांट देगा आत्मनिर्भर भारत को मजबूती
विश्व की प्रमुख मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों में शुमार जेबिल 25 से अधिक देशों में 1.4 लाख से ज्यादा लोगों को रोजगार देती है। भारत में उसका नया संयंत्र सिलिकॉन फोटोनिक्स और अन्य एडवांस्ड इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादों के निर्माण पर केंद्रित होगा, जो “मेक इन इंडिया” और “आत्मनिर्भर भारत” अभियानों को ताकत देगा।
सरकार की PLI योजना से मिल रही रफ्तार, 1,162 करोड़ रुपए वितरित
केंद्र सरकार की दूरसंचार पीएलआई (प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव) योजना के तहत अब तक 1,162 करोड़ रुपए वितरित किए जा चुके हैं। इस योजना के अंतर्गत 42 चयनित कंपनियों में से 21 को अब तक प्रोत्साहन मिल चुका है। जेबिल को दो वित्तीय वर्षों में 235.87 करोड़ रुपए का प्रोत्साहन मिला है, जो उसे योजना का शीर्ष लाभार्थी बनाता है।
अन्य कंपनियों को भी मिला प्रोत्साहन
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	फ्लेक्सट्रॉनिक्स: ₹165.12 करोड़ 
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	नोकिया: ₹157.32 करोड़ 
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	फॉक्सकॉन राइजिंग स्टार्स: ₹80.33 करोड़ 
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	सिरमा एसजीएस: ₹53.23 करोड़ 
सरकार ने योजना के लिए कुल ₹4,115 करोड़ का बजट तय किया है, जिससे अनुमानतः 2.45 लाख करोड़ रुपए की अतिरिक्त बिक्री और 44,000 से अधिक रोजगार सृजित होने की उम्मीद है।
उद्योग जगत ने जताई उम्मीद, स्थानीय उत्पादों की खरीद पर ज़ोर
उद्योग विशेषज्ञों का कहना है कि सरकार और टेलिकॉम ऑपरेटरों के बीच बेहतर समन्वय से स्थानीय उत्पादों की खरीद को बढ़ावा मिलेगा। इससे आत्मनिर्भरता और रोजगार सृजन के लक्ष्य साकार हो सकेंगे।
 
                             
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