सीमेंट उद्योग में अडानी का एक और बड़ा कदम, ओरिएंट सीमेंट पर भी हुआ कब्जा

  • Post By Admin on Apr 23 2025
सीमेंट उद्योग में अडानी का एक और बड़ा कदम, ओरिएंट सीमेंट पर भी हुआ कब्जा

नई दिल्ली : अडानी समूह ने सीमेंट कारोबार में अपने विस्तार की रफ्तार तेज करते हुए एक और बड़ी डील पूरी कर ली है। समूह की इकाई अंबुजा सीमेंट ने सीके बिड़ला समूह की ओरिएंट सीमेंट लिमिटेड (ओसीएल) में प्रवर्तकों की 37.8 प्रतिशत हिस्सेदारी का अधिग्रहण सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। इसके साथ ही अंबुजा अब औपचारिक रूप से ओरिएंट सीमेंट की नई प्रवर्तक बन गई है।

इस अधिग्रहण के तहत अंबुजा सीमेंट ने न केवल प्रवर्तक हिस्सेदारी हासिल की है, बल्कि सार्वजनिक शेयरधारकों से भी 8.87 प्रतिशत हिस्सेदारी (1.82 करोड़ शेयर) जुटा ली है। अब अंबुजा की ओसीएल में कुल हिस्सेदारी 46.66 प्रतिशत पहुंच गई है।

कंपनी ने शेयर बाजार को दी जानकारी

ओरिएंट सीमेंट ने शेयर बाजार को जानकारी देते हुए बताया कि अंबुजा ने प्रवर्तक समूह से 7,76,49,413 इक्विटी शेयरों का अधिग्रहण किया है, जो कंपनी की कुल इक्विटी पूंजी का 37.79 प्रतिशत है। अंबुजा ने इस सौदे की घोषणा पिछले साल अक्टूबर में की थी, जिसकी कुल अनुमानित कीमत 8,100 करोड़ रुपये आंकी गई थी।

गौरतलब है कि ओरिएंट सीमेंट के तेलंगाना, कर्नाटक और महाराष्ट्र में तीन बड़े मैन्युफैक्चरिंग प्लांट हैं, जिनके जरिये अंबुजा की उत्पादन क्षमता में उल्लेखनीय बढ़ोतरी होगी।

शेयर बाजार में हलचल

मंगलवार को शेयर बाजार में इस डील का मिला-जुला असर देखा गया। ओरिएंट सीमेंट का शेयर 1.49% की गिरावट के साथ 354.75 रुपये पर बंद हुआ, जबकि अंबुजा सीमेंट का शेयर मामूली गिरावट के साथ 578.65 रुपये पर आकर ठहरा।

सीमेंट की कीमतों में बढ़ोतरी की संभावना

इस अधिग्रहण के बीच एक और महत्वपूर्ण खबर है—रेटिंग एजेंसी क्रिसिल ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि चालू वित्त वर्ष में सीमेंट की कीमतों में 2 से 4 प्रतिशत तक की वृद्धि संभव है। इससे कंपनियों को बिक्री राजस्व बढ़ाने में मदद मिलेगी।

क्रिसिल का अनुमान है कि सीमेंट की मांग इस वर्ष 6.5% से 7.5% तक बढ़ सकती है। इसके पीछे मुख्य कारण हैं—बुनियादी ढांचा विकास, ग्रामीण आवास परियोजनाएं और सामान्य से बेहतर मानसून को देखते हुए बजटीय आवंटनों में हुई बढ़ोतरी। हालांकि बाजार में प्रतिस्पर्धा अभी भी तीव्र बनी हुई है, फिर भी कंपनियां अपने मार्जिन सुधार की दिशा में कीमतों में इजाफा कर सकती हैं।

इस डील से साफ है कि अडानी समूह सीमेंट सेक्टर में अपनी पकड़ मजबूत करने की रणनीति पर पूरी तरह अमल कर रहा है। बाजार विशेषज्ञों के अनुसार, अंबुजा के इस अधिग्रहण से समूह को उत्पादन क्षमता, बाजार पहुंच और मुनाफे के नए अवसर मिल सकते हैं।