2 अप्रैल से भारत पर लागू होगा ट्रंप का टैरिफ

  • Post By Admin on Mar 05 2025
2 अप्रैल से भारत पर लागू होगा ट्रंप का टैरिफ

अमेरिका ने 2 अप्रैल से भारत सहित अन्य देशों पर Reciprocal Tariff लागू करने की घोषणा की है। आइए जानते हैं इसका मतलब और कैसे पड़ेगा इसका प्रभाव 

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में अपने संबोधन में भारत, चीन, कनाडा, मेक्सिको समेत कई देशों पर टैरिफ लगाने की घोषणा की। ट्रंप ने कहा कि अब वह 2 अप्रैल 2025 से Reciprocal Tariff यानी पारस्परिक टैरिफ लागू करेंगे, जिसका मतलब है कि अमेरिका उन देशों से आयात होने वाली वस्तुओं पर उतना ही टैरिफ लगाएगा, जितना वह देश अमेरिकी सामान पर लगाता है। ट्रंप ने यह भी कहा कि भारत 100% टैरिफ लगाता है, जो अमेरिका के लिए ठीक नहीं है और इसे लेकर वह सख्त कदम उठाने जा रहे हैं।

क्या है Reciprocal Tariff?

Reciprocal Tariff का मतलब है ‘जैसे को तैसा’ नीति, जिसमें एक देश उस दूसरे देश पर उतना ही टैरिफ (आयात शुल्क) लगाएगा, जितना दूसरा देश उसके सामान पर लगाता है। उदाहरण के तौर पर अगर भारत अमेरिकी सामान पर 10% का टैरिफ लगाता है, तो अमेरिका भी भारत से आने वाले सामान पर 10% टैरिफ लगाएगा। इसका उद्देश्य व्यापार में समानता लाना और एकतरफा टैरिफ नीति को खत्म करना है।

ट्रंप ने अमेरिकी संसद में अपने संबोधन में कहा कि पिछले कई दशकों से विभिन्न देशों ने अमेरिका पर भारी टैरिफ लगाया है, जिससे अमेरिकी उत्पाद महंगे हो गए हैं। अब अमेरिका इन देशों से समान टैरिफ वसूलने के लिए कदम उठा रहा है। उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य अमेरिकी उत्पादन को बढ़ावा देना और रोजगार के अवसर सृजित करना है। ट्रंप के मुताबिक, यदि कोई देश अमेरिका में अपने उत्पादों के लिए टैरिफ लगाएगा, तो अमेरिका भी उसी देश के उत्पादों पर उतना ही टैरिफ लगाएगा।

भारत पर टैरिफ का प्रभाव

भारत, जो पहले से ही अमेरिका के साथ व्यापारिक विवादों में उलझा हुआ है, अब ट्रंप के इस कदम से और अधिक प्रभावित हो सकता है। ट्रंप ने भारत का नाम लेकर यह कहा कि भारत अपने उत्पादों पर 100% टैरिफ लगाता है, जो व्यापारिक संबंधों को और जटिल बना सकता है। इस निर्णय का असर न सिर्फ द्विपक्षीय व्यापार पर, बल्कि वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं पर भी पड़ सकता है, जिससे आयातित वस्तुओं की कीमतें बढ़ सकती हैं

रेसिप्रोकल टैरिफ लागू करने से सरकारों की आय में वृद्धि हो सकती है, लेकिन यह घरेलू उत्पादों की कीमतों में भी वृद्धि कर सकता है। व्यापारिक युद्ध और इस प्रकार के टैरिफ संघर्ष से वैश्विक व्यापारिक संबंधों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है और इससे वैश्विक अर्थव्यवस्था पर भी असर पड़ सकता है।

2 अप्रैल से लागू होने वाला रेसिप्रोकल टैरिफ अमेरिका और भारत सहित अन्य देशों के व्यापारिक रिश्तों को प्रभावित कर सकता है। जहां ट्रंप इसे अमेरिकी उत्पादों को बढ़ावा देने और घरेलू उद्योग को सशक्त बनाने के रूप में देख रहे हैं, वहीं इसके दूरगामी आर्थिक प्रभाव और वैश्विक व्यापार पर पड़ने वाले असर को लेकर चिंताएं भी जताई जा रही हैं।