ब्रिटेन छोड़ सकते हैं स्टील किंग लक्ष्मी मित्तल, टैक्स नियमों में बदलाव बना वजह
- Post By Admin on Mar 28 2025

लंदन : स्टील उद्योग के दिग्गज और दुनिया के जाने-माने उद्योगपति लक्ष्मी मित्तल जल्द ही ब्रिटेन छोड़ सकते हैं। फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रिटेन में लेबर पार्टी सरकार ने 'नॉन-डोम' टैक्स रिजीम खत्म करने का फैसला लिया है, जिससे लक्ष्मी मित्तल के ब्रिटेन छोड़ने की संभावना बढ़ गई है। यदि ऐसा हुआ, तो वे रीलोकेट करने वाले सबसे अमीर कारोबारियों में शामिल हो जाएंगे।
साल के अंत तक लेंगे फैसला
सूत्रों के अनुसार, लक्ष्मी मित्तल पिछले तीन दशकों से ब्रिटेन में रह रहे हैं और अब वे वहां से जाने का मन बना रहे हैं। मित्तल ने अपने करीबी लोगों को बताया कि सरकार द्वारा कुछ विदेशी आय और लाभों पर दी जाने वाली कर छूट को खत्म करने के फैसले के बाद वे अब ब्रिटेन को छोड़ने पर विचार कर रहे हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि वे अन्य देशों के विकल्प तलाश रहे हैं और इस साल के अंत तक अंतिम निर्णय ले सकते हैं। हालांकि, संभावना जताई जा रही है कि वे अब ब्रिटेन के टैक्स पेयर नहीं रहेंगे।
कई हाई-वैल्यू प्रॉपर्टी के हैं मालिक
लक्ष्मी मित्तल ब्रिटेन में 14.9 बिलियन पाउंड की अनुमानित संपत्ति के साथ संडे टाइम्स रिच लिस्ट में सातवें स्थान पर हैं। मित्तल के पास एशिया, यूरोप और अमेरिका में कई महंगी प्रॉपर्टीज हैं, जिनमें लंदन के केंसिंग्टन पैलेस गार्डन में एक आलीशान हवेली और स्विट्जरलैंड के सेंट मोरित्ज रिसॉर्ट टाउन में एक शैलेट भी शामिल है। इसके अलावा, दुबई में भी उनका भारी निवेश बताया जा रहा है।
2021 में छोड़ा CEO पद, बेटे को सौंपी कमान
लक्ष्मी मित्तल ने अपने दम पर स्टील कारोबार खड़ा किया और उसे दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी स्टील निर्माता कंपनी (ArcelorMittal) में तब्दील कर दिया। साल 2021 में उन्होंने CEO पद से इस्तीफा देकर अपने बेटे आदित्य मित्तल को कंपनी की कमान सौंप दी और खुद एग्जीक्यूटिव चेयरमैन बने रहे। मित्तल परिवार के पास 24 बिलियन पाउंड की इस कंपनी का 40% हिस्सेदारी है।
अगर मित्तल सच में ब्रिटेन छोड़ते हैं, तो वे भी उन अमीर उद्योगपतियों की कतार में शामिल हो जाएंगे, जिन्होंने कम टैक्स वाले देशों जैसे दुबई, स्विट्जरलैंड और इटली को अपना नया ठिकाना बनाया है।
क्या है 'नॉन-डोम' टैक्स रिजीम?
ब्रिटेन में 226 साल से 'नॉन-डोम' टैक्स रिजीम लागू था, जिसके तहत ब्रिटेन में रहने वाले लेकिन विदेश में कमाई करने वाले व्यक्तियों को विदेशी इनकम पर टैक्स छूट दी जाती थी, बशर्ते उनकी स्थायी रेजिडेंसी किसी और देश में हो।
पिछले साल मार्च में तत्कालीन ब्रिटिश वित्त मंत्री जेरेमी हंट ने इस टैक्स प्रणाली को समाप्त करने की घोषणा की थी, जिसे अब नई वित्त मंत्री रेचेल रीव्स ने पूरी तरह खत्म करने का ऐलान कर दिया है। इस बदलाव के बाद अब ब्रिटेन में रहने वाले विदेशियों को अपनी पूरी विदेशी आय पर टैक्स चुकाना पड़ेगा।
ब्रिटेन छोड़ने की तैयारी में कई अमीर उद्योगपति
ब्रिटेन सरकार के इस फैसले का असर सिर्फ लक्ष्मी मित्तल पर ही नहीं, बल्कि कई अन्य अरबपति उद्योगपतियों पर भी पड़ सकता है। सरकार की सख्त कर नीतियों की वजह से कई व्यवसायी कम टैक्स वाले देशों की ओर रुख कर रहे हैं। दुबई, स्विट्जरलैंड और इटली जैसे देशों में अमीर कारोबारियों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, जहां टैक्स नियमों में अधिक छूट और व्यापार अनुकूल वातावरण उपलब्ध है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि लक्ष्मी मित्तल ब्रिटेन में बने रहते हैं या फिर किसी अन्य देश को अपनी नई कर्मभूमि बनाते हैं।