बांग्लादेश में सियासी भूचाल, सेना से टकराव के बीच मोहम्मद यूनुस दे सकते हैं इस्तीफा

  • Post By Admin on May 23 2025
बांग्लादेश में सियासी भूचाल, सेना से टकराव के बीच मोहम्मद यूनुस दे सकते हैं इस्तीफा

ढाका : बांग्लादेश की अस्थिर राजनीति एक और बड़े भूचाल की ओर बढ़ती नजर आ रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस अपने पद से इस्तीफा देने पर गंभीरता से विचार कर रहे हैं। देश की सेना से उनके लगातार बिगड़ते संबंधों और राजनीतिक असहमति के माहौल के बीच यह अटकलें तेज हो गई हैं।

शेख हसीना सरकार के पिछले साल तख्तापलट के बाद बांग्लादेश में अंतरिम सरकार का गठन किया गया था, जिसमें मोहम्मद यूनुस को नेतृत्व सौंपा गया। हालांकि, तब से देश में स्थिरता कायम नहीं हो सकी है। अब यूनुस का संभावित इस्तीफा न केवल अंतरिम सरकार की साख पर सवाल खड़े कर रहा है, बल्कि आगामी चुनाव प्रक्रिया को भी संकट में डाल सकता है।

एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, यूनुस सेना के साथ जारी टकराव और राजनीतिक दलों के बीच व्यापक मतभेदों के चलते खुद को निर्णय लेने में असमर्थ पा रहे हैं। हाल के दिनों में यूनुस और सेना प्रमुख जनरल वकार-उज-जमान के बीच मतभेद खुलकर सामने आए हैं।

नेशनल सिटिजन पार्टी के नेता का बड़ा दावा
नेशनल सिटिजन पार्टी के नेता निद इस्लाम ने दावा किया है कि उन्होंने खुद मोहम्मद यूनुस से मुलाकात की थी, जिसमें इस्तीफे की चर्चा हुई। इस्लाम के अनुसार, "यूनुस साहब ने खुद कहा कि मौजूदा हालात में वे अपने कर्तव्यों का निर्वहन नहीं कर पा रहे हैं और इसीलिए इस्तीफे पर गंभीरता से विचार कर रहे हैं।"

सेना प्रमुख का सख्त अल्टीमेटम
यूनुस पर इस्तीफे का दबाव उस समय और बढ़ गया जब बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वकार-उज-जमान ने उन्हें दिसंबर तक आम चुनाव कराने का अल्टीमेटम दे डाला। यह चेतावनी स्पष्ट रूप से दर्शाती है कि सेना अब राजनीतिक हस्तक्षेप को लेकर किसी तरह की ढील देने के मूड में नहीं है।

क्षेत्रीय स्थिरता पर असर की आशंका
अगर मोहम्मद यूनुस इस्तीफा देते हैं, तो यह बांग्लादेश के राजनीतिक भविष्य को और अनिश्चित बना सकता है। दक्षिण एशिया में पहले से अस्थिर भू-राजनीतिक माहौल में यह घटनाक्रम भारत सहित अन्य पड़ोसी देशों की कूटनीतिक चुनौतियों को भी बढ़ा सकता है।

फिलहाल, पूरे बांग्लादेश की निगाहें मोहम्मद यूनुस के अगले कदम पर टिकी हुई हैं। इस्तीफे की आधिकारिक पुष्टि भले ही न हुई हो, लेकिन देश का सियासी तापमान तेजी से चढ़ता दिख रहा है।