ईरान से टकराव के बीच गाजा में इजरायली फायरिंग, 25 फलस्तीनियों की मौत, 146 घायल
- Post By Admin on Jun 24 2025
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दीर अल-बलाह/गाजा : ईरान के साथ बढ़ते तनाव के बीच इजरायल ने गाजा पट्टी में एक बार फिर सैन्य कार्रवाई तेज कर दी है। मंगलवार तड़के गाजा के मध्य क्षेत्र में मानवीय सहायता ट्रकों का इंतजार कर रहे लोगों पर की गई फायरिंग में कम से कम 25 फलस्तीनियों की मौत हो गई, जबकि 146 से अधिक घायल हो गए हैं। प्रत्यक्षदर्शियों और स्थानीय अस्पतालों ने इस घटना की पुष्टि की है। हालांकि इजरायली सेना की ओर से अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।
ट्रकों का इंतजार कर रहे लोगों पर टैंक और ड्रोन से हमला
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि यह हमला उस समय हुआ जब नुसेरात शरणार्थी शिविर के पास सलाह अल-दीन रोड पर सैकड़ों लोग सहायता ट्रकों का इंतजार कर रहे थे। उसी दौरान इजरायली टैंक और ड्रोन ने फायरिंग शुरू कर दी। प्रत्यक्षदर्शी अहमद हलावा ने इसे "नरसंहार" करार देते हुए बताया कि लोगों पर अंधाधुंध गोलियां चलाई गईं। हुसैम अबु शहादा नामक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि पहले ड्रोन से भीड़ पर नजर रखी गई और फिर जैसे ही लोग ट्रकों की ओर बढ़े, उन पर हमला कर दिया गया।
घायलों में कई की हालत गंभीर
अवदा अस्पताल के मुताबिक, 146 घायल फलस्तीनियों में से 62 की हालत गंभीर है। इन्हें इलाज के लिए गाजा के अन्य अस्पतालों में भेजा गया है। दीर अल-बलाह के एक अस्पताल ने छह लोगों के शव मिलने की पुष्टि की है। बताया जा रहा है कि यह हमला गाजा में चल रही इजरायल-हमास जंग के दौरान हुई अब तक की सबसे भीषण गोलीबारी में से एक है।
गाजा में मौत का आंकड़ा 56,000 के पार
गाजा पट्टी के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, अक्टूबर 2023 से अब तक इजरायल की सैन्य कार्यवाही में करीब 56,000 फलस्तीनियों की मौत हो चुकी है, जबकि एक लाख से अधिक लोग घायल हुए हैं। यह सिलसिला हमास द्वारा 7 अक्टूबर 2023 को दक्षिणी इजरायल में किए गए हमले के बाद शुरू हुआ था, जिसमें करीब 1,200 लोगों की मौत हुई थी और 251 लोगों को बंधक बना लिया गया था। इनमें से अधिकांश बंधकों को संघर्ष विराम के तहत रिहा किया जा चुका है।
इजरायल की चुप्पी, अंतरराष्ट्रीय चिंता
फिलहाल इस घटना पर इजरायली सेना की ओर से कोई बयान नहीं आया है। मगर एक तरफ ईरान से जारी टकराव और दूसरी ओर गाजा में ताजा हिंसा ने पूरे क्षेत्र में अस्थिरता की स्थिति पैदा कर दी है। संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने इस घटना पर चिंता जताई है और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील की है।
गाजा की जमीनी हकीकत अब और भयावह होती जा रही है, जहां न तो युद्ध थम रहा है और न ही राहत पहुंचने की उम्मीद दिख रही है।